बैंक ऑफ बड़ौदा में विजया बैंक और देना बैंक का हुआ विलय, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दिखाई हरी झंडी
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बैंक ऑफ बड़ौदा में विजया बैंक और देना बैंक के विलय को मंजूरी दे दी है। बुधवार को केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मीडिया को इसकी जानकारी दी। इस विलय से एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंक के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक होगा। देना बैंक और विजया बैंक के सारे कर्मचारी अब बैंक ऑफ बड़ौदा में आ जाएंगे। किसी के सर्विस में कोई बदलाव नहीं आएगा।
बैंक कर्मचारी संगठनों ने इस विलय का विरोध किया है। 26 दिसंबर 2018 को 10 लाख बैंक कर्मचारी हड़ताल पर रहे। इससे पहले 21 दिसंबर को बैंक अधिकारियों ने भी हड़ताल की थी। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) ने दावा किया कि विलय बैंकों या उनके ग्राहकों के हित में नहीं, बल्कि दोनों के लिए हानिकारक होगा।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने विजया बैंक और देना बैंक का खुद के साथ विलय के लिए शेयरों की अदला-बदली अनुपात को अंतिम रूप दे दिया है। विलय योजना के मुताबिक, विजया बैंक के शेयरधारकों को प्रत्येक 1,000 शेयरों के बदले बैंक ऑफ बड़ौदा के 402 इक्विटी शेयर मिलेंगे। वहीं देना बैंक के मामले में, उसके शेयरधारकों को प्रत्येक 1,000 शेयर के बदले बैंक ऑफ बड़ौदा के 110 शेयर मिलेंगे। सरकार ने पिछले साल सितंबर में विजय बैंक और देना बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ विलय की घोषणा की थी।