चुनाव से ठीक पहले अखिलेश को भी भाया पतंजलि फूड पार्क
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : लगता है योग गुरु बाबा रामदेव की मोहिनी शक्ति का असर अखिलेश यादव पर भी उतर आया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने बाबा रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद को राज्य में 2,000 करोड़ रुपये के निवेश को मंजूरी दे दी है। इसमें यमुना एक्सप्रेसवे पर 450 एकड़ में फूड पार्क की स्थापना भी शामिल है।
दरअसल, अखिलेश यादव के लिए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 'करो या मरो' जैसा बन गया है। पार्टी के लिए दोबारा सत्ता में आना मुश्किल दिख रहा है। पारिवारिक झगड़े के अलावा प्रदेश में कोई ऐसा चमत्कारिक काम अखिलेश की सरकार ने नहीं किया है जिससे कि उसे फिर से रिपीट किया जा सके। सपा की बिखरती राजनीतिक जमीन को सहेजने के लिए अखिलेश ने बाबा रामदेव के निवेश प्रस्ताव को हरी झंडी दिखाकर एक तीर से दो निशाने साधे हैं। एक तो इससे रोजगार सृजन का द्वार खुलेगा और दूसरा बाबा अपने लाखों समर्थकों को अखिलेश की जीत के लिए वोट देने का आह्वान कर सकते हैं। मालूम हो कि बाबा ने लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को जिताने के लिए योग शिविर लगाकर जबरदस्त तरीके से प्रचार किया था।
जानकारी के मुताबिक ग्रेटर नोएडा में 1,500 करोड़ रुपये के निवेश से कृषि प्रसंस्करण संयंत्र की स्थापना का प्रस्ताव है। सूत्र ने कहा कि करीब 450 एकड़ जमीन की पहचान कर ली गई है। यह जमीन ग्रेटर नोएडा संयंत्र को आवंटित की जाएगी। पंतजलि आयुर्वेद इस जमीन की खरीदेगा। राज्य मंत्रिमंडल की मंजूरी ऐसे समय मिली है जब सियासी गलियारों में चर्चा थी कि पंतजलि आयुर्वेद अगले साल मार्च में विधानसभा चुनाव के बाद निवेश की घोषणा करेगा।
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस निवेश प्रस्ताव को इसलिए तेजी से आगे बढ़ाने में रुचि दिखाई ताकि निवेशकों को प्रोत्साहित किया जा सके और रोजगार के अवसरों का सृजन किया जा सके। इससे पहले कंपनी के अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की कि जमीन की पहचान का काम अग्रिम चरण में है और यह इकाई यमुना एक्सप्रेसवे के पास लगाई जा सकती है।
ग्रेटर नोएडा संयंत्र अंतरराष्ट्रीय फूड पार्क होगा जो विदेशी तथा घरेलू बाजार की जरूरतों को पूरा करेगा। पतंजलि के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आचार्य बालकृष्ण ने इस बारे में यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ के साथ कई दौर की बैठकें कीं। जमीन के आवंटन के बाद यह इकाई 12 से 18 महीने में परिचालन में आ जाएगी।
ग्रेटर नोएडा फूड पार्क में लगभग सभी प्रमुख उत्पादों का विनिर्माण होगा। एनसीआर क्षेत्र में होने की वजह से यह हब के रूप में काम करेगा। पूर्ण क्षमता पर इस संयंत्र में सालाना 25,000 करोड़ रुपये के उत्पादों का उत्पादन होगा। इससे करीब 10,000 प्रत्यक्ष नौकरियों का सृजन होने की संभावना है जिससे 50,000 परिवारों को लाभ हो सकता है। इसके अलावा पतंजलि आयुर्वेद मध्य प्रदेश, असम, महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर में भी इकाइयां स्थापित करने की प्रक्रिया में है।