नोटबंदी के विचार को ही राजीव बजाज ने बताया दोषपूर्ण
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: अब तक विमुद्रीकरण को लेकर ज्यादातर खामोश दिख रहे कॉरपोरेट जगत में भी सरकार के फैसले के खिलाफ आवाज उठने लगी है। बजाज ऑटो के प्रबंध निदेशक राजीव बजाज ने तो यहां तक कह डाला कि नोटबंदी का विचार ही गलत था, ऐसे में उसके क्रियान्वयन को दोष देना सही नहीं है। वो नैसकॉम में बोल रहे थे। दरअसल, नोटबंदी के बाद से टू व्हीलर सेक्टरबुरी तरह प्रभावित हुआ है। पिछले 2 महीनों का डेटा सेल्स में भारी गिरावट दिखाता है जिससे यह सेक्टर अभी उबर नहीं पाया है।
नैसकॉम के वार्षिक सम्मलेन को संबोधित करते हुए बजाज ने कहा, 'अगर आइडिया सही हो तो उसे लागू करना गर्म चाकू से मक्खन काटने जैसा है लेकिन अगर आइडिया ही काम न करे तो क्रियान्वयन को दोष देना बेकार है।' बजाज ऑटो की दोपहिया और तिपहिया कुल घरेलू बिक्री जनवरी 2017 में जनवरी 2016 के मुकाबले 16 प्रतिशत गिर गई। नोटबंदी के दौरान दिसंबर 2016 में बजाज ऑटो की बिक्री पिछले साल के मुकाबले 11 प्रतिशत कम हुई थी। नाराज बजाज ने सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मेड इन इंडिया पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि नियामक एजेंसियां और सरकार इसे 'मैड इन इंडिया' बना देंगे।
नोटबंदी से केवल बजाज ऑटो ही नहीं प्रमुख वाहन कंपनी महिंद्रा की सेल्स भी बुरी तरह प्रभावित हुई। महिंद्रा ने कहा कि नोटबंदी के कारण उपभोक्ता नकदी का प्रबंध नहीं कर पाए। ऑटो सेक्टर को उम्मीद है कि बेहतर मॉनसून और ग्रामीण इकॉनमी में उछाल से दोपहिया वाहनों की बिक्री फिर सुधरेगी।