ट्रम्प ने FB की नियत पर उठाये सवाल तो जुकरबर्ग ने दिया ये जवाब
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मीडिया से संबंध कैसे हैं ये जग जाहिर है। तल्खी दोनों तरफ से दिखती रहती है। ताजा मामला ट्रम्प का फेसबुक को लेकर निकाली गई भड़ास का है। उन्होंने इस सोशल साइट की नियत पर सवाल खड़े करते हुए लिखा है कि ये भी एंटी ट्रंप है। ट्रम्प के इस सवाल का त्वरित जवाब FB के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने दिया है। उन्होंने इस आरोप को बेबुनियाद बताया है।
जुकरबर्ग ने फेसबुक पर अपनी एक पोस्ट में कहा कि अमेरिका में 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में इंटरनेट जनता से संपर्क साधने का प्रमुख साधन था। इसके अलावा यह उम्मीदवारों की योग्यता के बारे में भी जानने का सबसे अच्छा साधन था। जुकरबर्ग ने फेसबुक पर गलत जानकारी के कारण चुनाव परिणाम बदले जाने की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि ऐसी सोच पागलपन को दर्शाता है और फेसबुक ने लगभग 20 लाख लोगों को वोट देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने ट्रंप के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि रूसी एजेंट ने फेसबुक पर विज्ञापन खरीदा और 2016 में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले राजनीतिक तनाव पैदा करने के लिए फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाए।
फेसबुक के संस्थापक ने कहा कि हमने गेट आउट द वोट की शुरुआत की जिसने लगभग 20 लाख लोगों को वोट देने में मदद की है। अगर इसे दूसरी तरह से देखें तो यह ट्रंप और क्लिंटन दोनों के कैंपेन को मिलाकर गेट आउट द वोट कैंपेन बड़ा था। यह एक बड़ी बात है।
बता दें कि कुछ ही दिन फेसबुक अमेरिका में 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हस्तक्षेप की जांच कर रही कांग्रेस की टीम को सामग्री मुहैया कराने को सहमत हुई थी। इसके बाद ट्रंप ने ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि फेसबुक हमेशा से ट्रंपविरोधी रहा है। फेक न्यूज, न्यूयॉर्क टाइम्स और वॉशिंगटन पोस्ट भी ट्रंपविरोधी थे। मिलीभगत रही है?
Facebook was always anti-Trump.The Networks were always anti-Trump hence,Fake News, @nytimes(apologized) & @WaPo were anti-Trump. Collusion?
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) September 27, 2017
ट्रम्प ने अपने दूसरे ट्वीट में अपनी उपलब्धियों की तारीफ की और कहा, ‘लेकिन यहां के लोग प्रो ट्रंप हैं। हमने जो पहले 9 महीने में हासिल किया है वो वर्चुअली किसी भी प्रेसिडेंट ने नहीं किया है। इकोनोमी को नई उछाल मिल रही है।’
इसके बाद ही फेसबुक के सह संस्थापक और सीईओ मार्क जकरबर्ग ने अपने पोस्ट में कहा है, ‘ मैं प्रेसिडेंट ट्रंप के उस ट्वीट का जवाब देना चाहता हूं, जो उन्होंने सुबह में किया है। इसमें उन्होंने दावा किया है कि फेसबुक हमेशा से उनके खिलाफ रहा है’
मार्क जकरबर्ग ने कहा है, ‘मैं हर दिन लोगों को साथ लाने और सभी के लिए एक कम्यूनिटी तैयार करने का काम करता हैं। हम चाहते हैं कि सभी को एक आवाज दी जाए और एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाया जाए जहां सभी को अपनी बात रखने की आजादी हो। '‘ट्रंप कहते हैं फेसबुक उनके खिलाफ है। लिबरल कहते हैं हमने ट्रंप की मदद की है। अपने पसंद का कॉन्टेंट और आईडिया न पा कर दोनों तरफ के ही लोग खफा हैं।’
मार्क जकरबर्ग ने कुछ फैक्ट्स बताए हैं और कहा है कि इसके जरिए अंदाजा लगाया जा सकता है कि 2016 के इलेक्शन में फेसबुक ने अहम रोल निभाया था, लेकिन ये वैसा रोल नहीं था जैसा ज्यादातर लोग कह रहे हैं’
मार्क के फैक्ट्स
- इस इलेक्शन में हर बार से ज्यादा लोगों ने फेसबुक पर अपनी बात रखी। इलेक्शन के मुद्दों पर अरबों बार चर्चा हुई जो शायद ऑफलाइन हो ही नहीं सकती थी। जिस टॉपिक को मीडिया ने कवर नहीं किया उस पर भी बहस हुई।
- यह पहला अमेरिकी चुनाव था जिसमें उम्मीदवारों के साथ सम्पर्क बनाने के लिए इंटरनेट ने प्राथमिक रोल निभाया है। सभी उम्मीदवारों का फेसबुक पेज बनाया गया जिसके जरिए रोजना वो लाखों फॉलोअर्स से सम्पर्क साधते रहे।
- चुनाव प्रचार के दौरान खूब ऑनलाइन विज्ञापन चलाए गए जिनमें उनके दवारा संदेश दिए गए।
- हमने गेट आउट द वोट की शुरुआत की जिसने लगभग 20 लाख लोगों को वोट देने में मदद की है। अगर इसे दूसरी तरह से देखें तो यह ट्रंप और क्लिंटन दोनों के कैंपेन को मिलाकर गेट आउट द वोट कैंपेन बड़ा था। यह एक बड़ी बात है।
मार्क जकरबर्ग ने कहा है कि वो आगे भी लोगों के लिए कम्यूनिटी बनाने का काम करेंगे और वैसी गलत जानकारियों से देश को बचाने में अपना सहयोग निभाएंगे जो इलेक्शन को प्रभावित करते हैं। उनके मुताबिक वो दुनिया भर में स्वतंत्र और सही चुनाव के लिए काम कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। (एजेंसियां)