नहीं रहे पूर्व केन्द्रीय मंत्री राम जेठमलानी
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में कानून मंत्री रहे और लोकप्रिय वकील के तौर पर पहचाने जाने वाले राम जेठमलानी का रविवार सुबह निधन हो गया। वो 95 साल के थे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनकी मौत पर शोक जताया है। राम जेठमलानी लंबे समय से बीमार चल रहे थे. जेठमलानी लगभग एक हफ्ते से बिस्तर पर थे. बीमारी के कारण बेहद कमजोर भी हो गए थे.
जेठमलानी की गिनती देश के मशहूर आपराधिक मामलों के वकीलों में होती थी। वह राष्ट्रीय जनता दल से वर्तमान में राज्यसभा सांसद थे। उन्हें राजद ने 2016 में राज्यसभा भेजा था। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में कानून मंत्री का पदभार संभाला था। उनके निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उप राष्ट्रपति वैंकेया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शोक व्यक्त किया है। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राज्यसभा में कांग्रस के नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने उन्हें घर जाकर श्रद्धांजलि दी।
कुछ अहम केस
1959 में पहला केस- नानावती बनाम महाराष्ट्र सरकार
डॉन हाजी मस्तान का केस
1999 जेसिका लाल हत्या केस में आरोपी के वकील
2जी केस में कनीमोझी के वकील
हर्षद मेहता केस
चारा घोटाले में लालू की तरफ से वकील
अरुण जेटली के खिलाफ केजरीवाल की तरफ से केस
आसाराम बापू का केस
अफजल गुरू का केस