उमा भारती ने 2019 में चुनाव नहीं लड़ने का किया ऐलान, गंगा और राम मंदिर के लिए करेंगी काम
सत्ता विमर्श ब्यूरो
भोपाल : भाजपा की कद्दावर नेत्री और हिन्दुत्व का प्रमुख चेहरा उमा भारती ने 2019 में लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है। इससे पहले पार्टी की एक और कद्दावर नेत्री तथा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर चुकी हैं। उमा अगले डेढ़ साल सिर्फ गंगा और राम को देना चाहती हैं। हालांकि सुषमा की तरह उमा भारती ने साफ किया कि वे राजनीति से संन्यास नहीं ले रही हैं और आलाकमान से इजाज़त के बाद ही वे अपने मिशन में जुटेंगी।
मंगलवार को संवाददाताओं से बातचीत में उमा भारती ने कहा, अगले डेढ़ साल मैं गंगा और राम मंदिर के लिए काम करने के अलावा कुछ भी नहीं करूंगी। उन्होंने कहा, वर्ष 2016 में भी वह अपने अभियान को आगे बढ़ाना चाहती थीं, लेकिन उस समय पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि आप इस्तीफा मत देना, पार्टी फैसला करेगी। इसलिए चाहती हूं कि पार्टी ही इस संदर्भ में फैसला करे, मगर अब डेढ़ साल तक गंगा और राम के अलावा कुछ नहीं करूंगी। उमा ने कहा कि मैं मरते दम तक राजनीति करूंगी, लेकिन डेढ़ साल राम और गंगा के लिए काम करूंगी।
उमा ने ये भी कहा कि 'राम मंदिर के लिए किसी आंदोलन की ज़रूरत नहीं है। माननीय अदालत ने कहा कि ये मामला आस्था का विवाद नहीं बल्कि ज़मीन का विवाद है। 2010 में फ़ैसला आ गया कि बीच का डोम राम लला का है तो आंदोलन सफल हो गया, इस बात को साबित करने में कि राम जन्मभूमि है वह। इस मामले में सभी पार्टियों को एक करने का प्रयास होना चाहिए। मुझे आगे भी कहेंगे तो मैं कोशिश करूंगी। राम मंदिर का मसला देश के सौहार्द के साथ जुड़ा है इसलिए जितनी जल्दी हो सके समाधान करना चाहिए।
उमा भारती वर्तमान में उत्तर प्रदेश के झांसी-ललितपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं। इससे पहले मध्यप्रदेश की मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं। इस समय केंद्रीय मंत्री हैं। उमा भारती ने चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया है। इससे पहले मध्यप्रदेश के विदिशा संसदीय क्षेत्र से सांसद और केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज चुनाव न लड़ने का ऐलान कर चुकी हैं। इन निर्णयों से अब पार्टी के अंदरखाने कई सवाल उठ रहे हैं।
उमा भारती ने दावा किया कि मध्यप्रदेश में चौथी बार शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सरकार बनेगी। ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग पहले ही सभी राजनीतिक दलों को छेड़छाड़ कर बताने की चुनौती दे चुका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश और देश में घूमते समय उनके सामने एक बात आई है कि प्रदेश को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और देश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जरूरत है, इसलिए दोनों को दो-तीन बार और अपने पद पर बने रहना चाहिए।