धारा 370 को लेकर PM मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को समझाया- 70 साल में जिसका हल नहीं निकला उसे हमने 70 दिन में सुलझा दिया
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : स्वतंत्रता दिवस के मौके गुरुवार को लाल किले की प्राचीर से एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को इस बात को समझाने का प्रयास किया कि जिस अनुच्छेद 370 के भ्रमजाल में देश की सरकारें 70 साल तक उलझी रहीं और उसका कोई समाधान नहीं निकाल पाए, मोदी सरकार 2.0 ने 70 दिन में सुलझा दिया। अपने 92 मिनट के संबोधन में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35A हटाने का पीएम ने खासतौर से जिक्र किया और इसका विरोध करने वाली कांग्रेस पार्टी पर कई सवाल भी दागे। पीएम मोदी ने कहा कि हम समस्याओं को न टालते हैं और न पालते हैं। सरकार बनने के 70 दिन के भीतर 370 और 35ए को हमने हटा दिया और संसद ने इसे दो तिहाई बहुमत से पारित भी कर दिया। जो काम 70 साल में नहीं हुआ, वह 70 दिन के भीतर हुआ। 'एक राष्ट्र-एक संविधान' यही देश की वास्तविकता है और भारत इस पर गर्व करता है।
भाषण की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को स्वतंत्रता दिवस और रक्षा बंधन की शुभकामनाएं देते हुए बाढ़ पीड़ित राज्यों के लिए संवेदना व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने धारा 370, 35ए, तीन तलाक और एक देश-एक चुनाव जैसे कई अहम मुद्दों पर बात की। जम्मू-कश्मीर पर लिए गए फैसले के बारे में पीएम ने कहा कि बीते 70 सालों में विभिन्न सरकारों ने कश्मीर मामले से निपटने की कोशिश की पर कोई नतीजा नहीं निकला, इसलिए नए तरीके की जरूरत थी। हम अलग तरीके से सोचते हैं और हमारे लिए भारत पहले है। राजनीति आती-जाती है, लेकिन देशहित में कदम महत्वपूर्ण हैं। पाकिस्तान का नाम लिए बिना पीएम मोदी ने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ रहा है, आतंकवाद का निर्यात करने वालों का असली चेहरा दुनिया के सामने लाना है। हम आतंक का माहौल बनाने वालों को नेस्तनाबूद कर देंगे। भारत आंतकवाद का समर्थन करने वालों से मजबूती से लड़ेगा।
प्रधानमंत्री ने धारा 370 को लेकर किए अपनी सरकार के फैसले का विरोध करने वालों पर हमला करते हुए कहा, जो लोग अनुच्छेद 370 की वकालत कर रहे हैं उनसे देश पूछ रहा है कि अगर यह इतना महत्वपूर्ण था तो इसे आप लोगों ने स्थायी क्यों नहीं किया, अस्थायी क्यों बनाए रखा। जम्मू कश्मीर में पुरानी व्यवस्था से भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद को बढ़ावा मिल रहा था। महिलाओं, बच्चों, दलित समुदाय के साथ अन्याय हो रहा था। आप भी जानते थे, यह जो हुआ है, सही नहीं हुआ है। हर किसी के दिल में यह बात थी, लेकिन शुरू कौन करे, आगे कौन आए, शायद उसी का इंतजार था। इसलिए देशवासियों ने मुझे यह काम दिया। आपने जो काम दिया, उसी को करने के लिए आया। मेरा अपना कुछ नहीं है। पीएम मोदी ने कहा कि नई सरकार को अभी 10 हफ्ते भी नहीं हुए, अनुच्छेद 370, 35ए का हटना सरदार वल्लभ भाई पटेल के सपनों को पूरा करने में अहम कदम है। अगर 2014 से 2019 आवश्यकताओं की पूर्ति का दौर था तो 2019 के बाद का कालखंड देशवासियों की आकांक्षाओं की पूर्ति का कालखंड है, उनके सपनों को पूरा करने का कालखंड है।
देशवासियों से की छोटे परिवार की अपील
लाल किले की प्राचीर से जनसंख्या विस्फोट को लेकर अपनी चिंता जाहिर करते हुए पीएम मोदी ने देशवासियों से छोटे परिवार की अपील की। उन्होंने कहा कि छोटा परिवार रखना भी देशभक्ति है। ऐसे लोग जो छोटा परिवार रखते हैं, सम्मान के अधिकारी हैं। आबादी समृद्ध हो, शिक्षित हो तो देश को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। पीएम ने कहा, 'हमारे यहां बेतहाशा जो जनसंख्या विस्फोट हो रहा है। यह जनसंख्या विस्फोट हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए अनेक संकट पैदा करता है। यह बात माननी होगी कि देश में एक जागरूक वर्ग है, जो इस बात को भली भांति समझता है। वह अपने घर में शिशु को जन्म देने से पहले भली-भांति सोचता है कि मैं उसके साथ न्याय कर पाऊंगा।'
'जल जीवन मिशन' का भी किया ऐलान
पीएम मोदी ने पानी के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि कितनी भी विपरीत परिस्थितियां हों देश का गरीब उसको झेलने की क्षमता रखता है। आजादी के 70 साल हो गए। बहुत सी सरकारों ने अपने-अपने तरीके से कोशिश की है, लेकिन यह भी सच्चाई है कि देश के आधे घर ऐसे हैं जिनको पीने का पानी नहीं मिलता है। माताओं और बहनों को मटकों को सिर पर लेकर कई किलोमीटर तक चलना पड़ता है। हर घर को जल कैसे मिले इसके लिए हम लाल किले से घोषणा करते हैं, जल जीवन मिशन का ऐलान करते हैं और इस पर साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके तरत जल संचयन का काम होगा, पानी बचाने का अभियान चलाया जाएगा और बचपन से ही पानी के महत्व की शिक्षा दी जाएगी। पानी के क्षेत्र में पिछले 70 साल में जो काम हुआ 5 सालों में चार गुना काम करना है।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बनाने का ऐलान
स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से पीएम नरेंद्र मोदी ने ऐलान किया है कि तीनों सेनाएं में बेहतर सामजस्य बनाने के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बनेगा। तीनों सेनाएं अब सीडीएस के अंतर्गत आएंगी। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में सैन्य व्यवस्था, सैन्य शक्ति और सैन्य संसाधन में सुधार पर लंबे अरसे से चर्चा चल रही है। कई कमीशनों के रिपोर्ट आई। सभी रिपोर्टों में कहा गया कि हमारी तीनों सेनाओं जल, थल, नभ के बीच समन्वय तो है, लेकिन आज जैसे दुनिया बदल रही है ऐसे में भारत को टुकड़ों में सोचने से नहीं चलेगा। अभी चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (सीओएससी) होता है। इसमें थल सेना, नौसेना और वायुसेना प्रमुख रहते हैं। सबसे वरिष्ठ सदस्य को इसका चेयरमैन नियुक्त किया जाता है। लंबे समय से चीफ ऑफ डिफेंस बनाने की मांग हो रही थी। 1999 में कारगिल युद्ध में पाया गया था कि तीनों सेनाओं के बीच तालमेल की कमी रह गई। इसके बाद देश में चीफ ऑफ स्टाफ का पद बनाया गया। इसका काम सिर्फ तीनों सेनाओं के बीच तालमेल बैठाना होता है। इसके बाद 2012 में नरेंद्र चंद्र कार्यदल ने इसके लिए एक स्थायी पद चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बनाने की मांग की थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने गिनाईं ये उपलब्धियां
- मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाया गया।
- आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ने के लिए आतंकवाद विरोधी कानून में संशोधन किया गया।
- किसान भाइयों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 90,000 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए। किसानों के लिए पेंशन योजना शुरू की गई।
- भारत जल संरक्षण के महत्व को समझता है और इसीलिए नया मंत्रालय ‘जल शक्ति’ बनाया गया। स्वास्थ्य संबंधी क्षेत्र को लोगों के अनुकूल और बेहतर बनाने के लिए कदम उठाए गए हैं।
- भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए हमें गरीबी से मुक्त होना ही है और पिछले 5 वर्षों में गरीबी कम करने की दिशा में बहुत सफल प्रयास हुए हैं।