पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में उछाला RSS और योगी आदित्यनाथ का नाम, भारत ने किया पलटवार
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : आतंकवाद के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा पाकिस्तान को लताड़े जाने के बाद पाकिस्तान ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को निशाने पर लिया। यूएन में पाकिस्तान के राजदूत साद वराईच ने रविवार को कहा, 'आज के असहिष्णु भारत में असहमति के लिए कोई जगह नहीं है।' साद ने आरएसएस पर फासीवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
पाक राजदूत ने 'राइट टु रिप्लाई' के तहत जवाब देते हुए कहा, आरएसएस हमारे क्षेत्र में आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला फासीवाद का केंद्र हैं। भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एक अतिवादी हिंदू हैं, जो खुले तौर पर सिर्फ हिंदुत्व को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने कहा, भारत के अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्य मुस्लिम और ईसाइयों की हिंदुओं द्वारा लिंचिंग की जाती है, वहीं योगी आदित्यनाथ इन घटनाओं का समर्थन करते हैं।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का नाम लिए बगैर साद ने कहा कि असम में रह रहे बंगाली अचानक से 'बेघर' हो गए हैं और उन्हें भारत के एक वरिष्ठ नेता इन लोगों को 'दीमक' कहकर बुलाते हैं। साद ने कहा कि जहां चर्च और मस्जिदें जलाई जाती हैं, उन्हें दूसरों को कुछ भी कहने का हक नहीं है।
मालूम हो कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के 73वें सत्र में शनिवार को भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान की जमकर आलोचना की थी। अपने संबोधन में सुषमा ने कहा कि पाक ऐसा पड़ोसी देश है, जिसे आतंकवाद फैलाने के साथ-साथ अपने किए को नकारने में भी महारथ हासिल है। इसके बाद राइट टु रिप्लाई के तहत संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन की सेक्रटरी इनम गंभीर ने पाक पर पलटवार करते हुए कहा कि वह अब भी अपने पुराने ढर्रे पर ही कायम है। हम यहां नए पाकिस्तान को सुनने आए थे, लेकिन वह अब भी अपने पुराने ढांचे से बाहर नहीं निकल सका है।