विश्व योग दिवस की घोषणा का संसद में स्वागत
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : संसद ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित करने के प्रस्ताव को अपनाए जाने का जोरदार स्वागत किया। लोकसभा में अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पेशकश के आधार पर भारत के प्रस्ताव को अंगीकार किए जाने की सूचना सदन को दी।
महाजन ने बताया कि भारत के प्रस्ताव को अंगीकार करते हुए संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया है। उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव के जरिए इस बात को मान्यता मिली है कि योग स्वास्थ्य तथा कल्याण के प्रति संपूर्ण अवधारणा उपलब्ध कराता है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक को संबोधित करते हुए पहली बार यह विचार पेश किए जाने के मात्र तीन महीने के भीतर इस विश्व संगठन से यह घोषणा होना भारत के लिए बेहद गर्व का विषय है।
प्रधानमंत्री मोदी ने विश्व नेताओं से एक अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को अंगीकार किए जाने का आह्वान करते हुए कहा था कि जीवनशैली को बदलकर और चेतना को जगाकर हम जलवायु परिवर्तन की समस्या से निपट सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह पहली बार हुआ है कि ऐसी कोई पहल पेश की गयी और 90 दिनों से भी कम समय में संयुक्त राष्ट्र में 177 देशों के समर्थन से इसे क्रियान्वित किया गया।
लोकसभा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि यह प्रस्ताव योग की शक्ति और इसके फायदों तथा इसके वैश्विक आकर्षण और भारत की सदियों पुरानी सांस्कृतिक विरासत को सही मायने में पहचान प्रदान करता है। राज्यसभा में सभापति हामिद अंसारी ने सदन की बैठक शुरू होने पर इसका उल्लेख करते हुए कहा कि प्रस्ताव को अंगीकार किया जाना बेहद प्रसन्नता की बात है और योग के प्राचीन विज्ञान को उपयुक्त पहचान मिली है।