नेपाल में भूकंप : 'ऑपरेशन मैत्री' को संसद का साथ
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप के बाद भारत सरकार की ऑपरेशन मैत्री जैसी त्वरित कार्रवाई के लिए सोमवार को लोकसभा में विपक्ष सहित सभी दलों ने सरकार की तारीफ की और सभी सदस्यों ने अपना एक महीने का वेतन नेपाल के भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष में देने का फैसला किया। शनिवार को नेपाल और भारत के कुछ राज्यों में आए विनाशकारी भूकंप से चार हजार से ज्यादा लोगों की जानें गईं और लाखों लोग बेघर हो गए हैं।
भूकंप की इस भीषण विभीषिका से आहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुरंत आला मंत्रियों और अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई और फैसला लिया कि देश और पड़ोसी देश नेपाल में हुई तबाही पर तत्काल कार्य शुरू करने जरूरत है। संसद में सोमवार को गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने बयान में इसे एक ‘बहुत बड़ा हादसा’ बताते हुए कहा कि भारत संकट की इस घड़ी में नेपाल और देश में प्रभावित लोगों के साथ खड़ा है। सिंह ने बचाव कार्यों की जानकारी साझा करते हुए कहा कि भारत ने नेपाल में फंसे विदेशी पर्यटकों को निःशुल्क वीजा सुविधा मुहैया कराना शुरू कर दिया है और अभी तक वहां से 2500 भारतीयों को निकाला गया है।
संसदीय मामलों के मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने सदस्यों की चिंताओं और सुझाव से सहमति जताते हुए कहा कि सभी लोकसभा सदस्य अपना एक-एक महीने का वेतन नेपाल के भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए राहत कोष में देंगे। लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि दुःख की इस घड़ी में पूरा देश नेपाल के साथ खड़ा है। उन्होंने संकट के समय भारत सरकार की भूमिका की सराहना की। केंद्र सरकार से कहा कि वह राज्यों को आपदा प्रबंधन बलों का गठन करने का निर्देश दे।
समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह ने त्रासदी में मारे गए लोगों के प्रति गहरा शोक और संवेदना जाहिर करते हुए संसद सदस्यों द्वारा एक दिन का वेतन राहत कोष में दिए जाने का सुझाव दिया। नेपाल की सीमा से सटे बिहार के जदयू के जयप्रकाश यादव, कौशलेन्द्र कुमार तथा लोजपा के चिराग पासवान ने भूकंप के कारण मची तबाही के लिए इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने तथा बिहार को विशेष पैकेज देने की मांग की। भाजपा के भोला सिंह ने इन विकट परिस्थितियों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा की गयी पहल की सराहना की और कहा कि उन्होंने आंसुओं को पोंछने की एक नयी संस्कृति, एक नया दर्शन और नयी राजनीति की रूपरेखा निर्धारित की है।
अन्नाद्रमुक के पी. वेणुगोपाल ने भी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की। बीजू जनता दल के भृतुहरि मेहताब ने केंद्र सरकार की भूमिका की सराहना की और कहा कि त्वरित कदम उठाकर भारत ने प्रशंसनीय काम किया है। उन्होंने अंडर 14 महिला फुटबाल टीम को स्वदेश वापस लाने के लिए भी केंद्र सरकार का आभार जताया जिसमें ओडिशा की कई खिलाड़ी शामिल हैं। मेहताब ने कहा कि जिस प्रकार भारत नेपाल के साथ खड़ा हुआ है, भारत को उसी प्रकार तिब्बत के साथ भी खड़े होना चाहिए जो इस भूकंप से काफी प्रभावित हुआ है।
इससे पूर्व, सोमवार सुबह सदन की बैठक शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने नेपाल में भूकंप की त्रासदी का उल्लेख किया और कहा कि लोकसभा संकट की इस घड़ी में नेपाल की सरकार और जनता तथा हमारे अपने देश के विभिन्न हिस्सों में और अन्य पड़ोसी देशों में सभी प्रभावित लोगों के प्रति अपनी सहानुभूति एवं पूर्ण समर्थन व्यक्त करती है। सदस्यों ने त्रासदी में मारे गए लोगों के सम्मान में कुछ पल का मौन रखा।