युवाओं का मजबूत वैश्विक संपर्क जरूरी : भारत
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : दुनियाभर में बसे अप्रवासी युवाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए सरकार ने मंगलवार को इस बात पर जोर दिया कि भारतीयों और विदेशों में बसे भारतीय मूल के युवाओं के बीच वृहद संपर्क होना चाहिए। प्रवासी भारतीय कार्यमंत्री व्यालार रवि ने यहां 12वें प्रवासी भारतीय दिवस के पहले दिन खासतौर पर युवाओं के लिए आयोजित सत्र का उद्घाटन करते हुए उक्त विचार व्यक्त किए। सम्मेलन का पहला सत्र विशेष रूप से युवाओं पर केंद्रित था।
मंत्री ने प्रवासी भारतीय दिवस-2014 के उद्घाटन सत्र के संबंध में कहा, यह सत्र अनेक देशों के भारतवंशी युवाओं के सामने विकास के उस अवसर को प्रस्तुत करेगा जो भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था आज पेश कर रही है। भारतीयों और भारतीय मूल के युवाओं के बीच संवाद और बढ़ना चाहिए, जिससे आर्थिक सहयोग बढ़ेगा और समृद्धि, संपन्नता आएगी।
मंत्री ने कहा, भारतीय युवाओं और विदेशों में भारतीय मूल के युवाओं को साथ में मिलकर मजबूत नेटवर्क बनाने चाहिए, जिनसे व्यापार, उद्योग, उद्यम और सामाजिक कार्य के क्षेत्र में साझेदारी बढ़ेगी। रवि ने कहा, इससे संपन्नता बढ़ेगी और रोजगार के अवसरों का निर्माण होगा। इससे व्यापक तौर पर जनता को लाभ होगा। रवि ने कहा, हमारा उद्देश्य युवाओं का मजबूत वैश्विक संपर्क बनाना होना चाहिए। इस साल प्रवासी भारतीय दिवस की थीम ‘प्रवासी संबद्धता : पीढ़ियों का जुड़ना’ है। पहली बार सम्मेलन के पहले दिन युवा प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन किया गया है।
मंत्री ने उम्मीद जताई कि यह सत्र सभी प्रतिभागियों को भारत की सांस्कृतिक विरासत से जोड़ेगा। उन्होंने कहा कि विदेशों से आए भारतीय मूल के युवाओं को भारत से संपर्क का संदेश लेकर लौटना चाहिए। रवि ने कहा, अनुमान के मुताबिक हमारी जनसंख्या का 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सा 18 से 35 साल की आयु का है और वे हमारे महान देश भारत के विकास में योगदान दे रहे हैं।
इस मौके पर युवा और खेलमंत्री जितेंद्र सिंह ने युवाओं के लिए संचालित नेहरू युवा केंद्र संगठन (एनवाईकेएस) और राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) का उल्लेख किया और भारतीय मूल के युवाओं से अनुरोध किया कि इन कार्यक्रमों में काम कर रहे कार्यकर्ताओं से संपर्क बनाए। उन्होंने सामाजिक उद्यमशीलता को बढ़ावा देने की बात करते हुए कहा कि सरकार सामाजिक उद्यमियों के लिए एक राष्ट्रीय नीति की भी पक्षधर है। सिंह ने कहा, मेरा मंत्रालय एक संस्थागत रूपरेखा तैयार करेगा जिसके तहत प्रवासी भारतीयों को एनवाईकेएस और एनएसएस के साथ तथा भारत में अन्य सामाजिक संगठनों के साथ काम करने का अवसर मिलेगा और उनके संबंध और मजबूत होंगे।
युवा मामलों के मंत्री ने आंकड़े पेश करते हुए कहा कि भारत में 27.5 प्रतिशत जनसंख्या 15 से 29 साल के आयु वर्ग के लोगों की है, वहीं 41.3 प्रतिशत लोग 13 से 35 साल की उम्र के हैं। उन्होंने कहा कि 2020 तक भारत की जनसंख्या की औसत आयु 28 वर्ष हो सकती है। सिंह ने कहा कि अमेरिका में यह औसत आयु 38, चीन में 42 और जापान में 48 वर्ष है और इससे भारत दुनिया के सबसे युवा देशों में शामिल होगा। सम्मेलन का समापन 9 जनवरी को होगा और समापन सत्र को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी संबोधित करेंगे। वे इस बार 14 लोगों को प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कारों से भी सम्मानित करेंगे।