जानिए! गुजरात सरकार 2012-17 और मंत्रिमंडल की पूरी जानकारी
किरण राय/सत्ता विमर्श टीम
भावनगर के राजा भावसिंहजी गोहिल ने सबसे पहले जनप्रतिनिधि सभा की स्थापना की थी। उन्होंने इस सभा के लिए 38 सदस्यों का चुनाव किया था। उनके पुत्र कृष्ण कुमार सिंह जी ने 1941 में 55 सदस्यों वाली विधानसभा बनाई जिसमें 33 चुने गए प्रतिनिधि थे, 11 उनके द्वारा मनोनीत और 6 पूर्व-पदेन सदस्य थे। इन सदस्यों को प्रश्न करने, प्रस्तावों को आगे बढ़ाने, बजट पर बहस करने और कई विधेयकों को प्रस्तुत करने का अधिकार था। खास बात ये कि सभा साल में दो बार जरूर मिलती थी। ऐसा ही कुछ पोरबंदर की विधानसभा में भी था और 1908 में बड़ौदा विधानसभा की स्थापना वहां के राजा सयाजीराव गायकवाड ने की थी। 1921 से सदस्यों का चुनाव करके उन्हें बॉम्बे विधानसभा में भेजने का प्रचलन शुरू हुआ लेकिन इनमें रियासतें नहीं शामिल थीं। भारत की आजादी के बाद 1952 में सौराष्ट्र विधानसभा की स्थापना हुई जो 31 अक्तूबर 1956 तक व्यवहार में रही। इसके बाद 1956 में राज्य पुनर्गठन अधिनियम के तहत सौराष्ट्र विधानसभा को बॉम्बे राज्य में मिला दिया गया। 1960 में महाराष्ट्र और गुजरात राज्य की स्थापना हुई और गुजरात के विभिन्न इलाकों से निर्वाचित 132 सदस्य पहली गुजरात विधानसभा के सदस्य बने। 1962 में ये संख्या 154, 1967 में 168 और 1975 में 182 तक पहुंची।
राज्य में एक निर्वाचित निकाय एकसदनात्मक विधानसभा है। उच्च न्यायालय राज्य की सर्वोपरि न्यायिक सत्ता है, जबकि शहरी न्यायालय, ज़िला व सत्र न्यायाधीशों के न्यायालय और प्रत्येक ज़िले में दीवानी मामलों के न्यायाधीशों के न्यायालय हैं। राज्य को 25 प्रशासनिक ज़िलों में बांटा गया है। अहमदाबाद, अमरेली, बनास कंठा, भरूच, भावनगर, डेंग, गांधीनगर, खेड़ा, महेसाणा, पंचमहल, राजकोट, साबर कंठा, सूरत सुरेंद्रनगर, वडोदरा, वलसाड, नवसारी, नर्मदा, दोहद, आनंद, पाटन, जामनगर, पोरबंदर, जूनागढ़ और कच्छ, प्रत्येक ज़िले का राजस्व और सामान्य प्रशासन ज़िलाधीश की देखरेख में होता है, जो क़ानून और व्यवस्था भी बनाए रखता है। स्थानीय प्रशासन में आम लोगों को शामिल करने के लिए 1963 में पंचायत द्वारा प्रशासन की शुरुआत की गई।
फिलहाल गुजरात विधानसभा में कुल 182 सदस्य हैं। 13 निर्वाचन क्षेत्र अनुसूचित जाति और 27 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। अनुसूचित जनजाति और आदिवासी जनजाति के सदस्य प्रदेश की जनसंख्या का लगभग पाँचवां हिस्सा हैं। यहाँ डेंग ज़िला पूर्णत: आदिवासी युक्त ज़िला है। गुजरात में अट्ठाइस आदिवासी जातियां हैं। अहमदाबाद ज़िले में अनुसूचित जनजाति का अनुपात सर्वाधिक है। गुजरात पश्चिमी भारत में स्थित है। इसकी उत्तरी-पश्चिमी सीमा जो अन्तर्राष्ट्रीय सीमा भी है, पाकिस्तान से लगी है। राजस्थान और मध्य प्रदेश इसके क्रमशः उत्तर एवं उत्तर-पूर्व में स्थित राज्य हैं। गांधीनगर, राज्य के प्रमुख व्यवसायिक केन्द्र अहमदाबाद केसमीप स्थित है। प्रदेश की राजधानी गांधीनगर है। गुजरात, भारत का अत्यंत महत्वपूर्ण राज्य है। कच्छ, सौराष्ट्र, काठियावाड, हालार, पांचाल, गोहिलवाड, झालावाड और गुजरात उसके प्रादेशिक सांस्कृतिक अंग हैं। इनकी लोक संस्कृति और साहित्य का अनुबन्ध राजस्थान, सिंध और पंजाब, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के साथ है।
गुजरात की वर्तमान सरकार
गुजरात में इस समय भारतीय जनता पार्टी की सरकार सत्ता में है। विगत 19 सालों से यहां भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर राज्य का कमान अपने हाथों में थामे है। भगवा पार्टी को इतने साल तक अविजित रखने का श्रेय वर्तमान प्रधानमंत्री और प्रदेश के लम्बे समय तक मुख्यमंत्री रहे नरेन्द्र भाई दामोदर दास मोदी को जाता है। सबसे विवादास्पद और लोकप्रिय मुख्यमंत्री के तौर पर मोदी ने 2001 से 2014 तक अपनी मजबूत पकड़ बनाए रखी। प्रधानमंत्री बनने से पहले उन्होंने कुर्सी आनंदी बेन पटेल (2014-2016) को सौंपी थी और अब प्रदेश के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी हैं। भाजपा के विजय रथ का एक पहिया केशुभाई पटेल भी रहे जिन्होंने 1998 से 2001 तक राज किया।
राज्यपाल- ओम प्रकाश कोहली
विधानसभा अध्यक्ष- रमनलाल ईश्वरलाल वोरा
मुख्यमंत्री- विजयकुमार रमणीक लाल रुपानी
नेता प्रतिपक्ष- मोहनसिंह राथवा
उपसभापति- शम्भुजी चेलाजी ठाकुर
भाजपा विधायकों की संख्या -120
कांग्रेस विधायकों की संख्या - 43
एनसीपी विधायकों की संख्या - 02
निर्दलीय विधायकों की संख्या - 02
जेडीयू विधायकों की संख्या - 01
वर्तमान में खाली सीटों की संख्या -15
13 सीटें अनुसूचित जाति
27 सीटें अनुसूचित जनजाति
विधानसभा में कुल सीटें -182
गुजरात सरकार का वर्तमान मंत्रिमंडल
कैबिनेट मंत्रियों के नाम
1. विजय रुपाणी - मुख्यमंत्री, प्रशासन, गृह, प्रशासनिक सुधार और प्रशिक्षण, योजना, उद्योग, खान और खनिज, बंदरगाह, जलवायु परिवर्तन, विज्ञान एवम् प्रौद्योगिकी तथा सूचना एवम् प्रसारण।
2. नितिनकुमार रातिलाल पटेल - उप-मुख्यमंत्री, वित्त, शहरी विकास एवम् शहरी आवास, सड़क एवम् भवन, कैपिटल प्रोजेक्ट्स, नर्मदा, कल्पसार और पेट्रोकैमिकल्स।
3. गणपतसिंह वेस्ताभाई वसावा - पर्यटन एवम् आदिवासी कल्याण एवम् वन।
4. भूपेन्द्रसिंह मनुभा चुड़ासमा - राजस्व, शिक्षा (प्राथमिक, माध्यमिक और प्रौढ़), उच्च एवम् तकनीकी, कानून और संसदीय मामलों के विभाग।
5. चिमनभाई धरमशीभाई सापरिया - कृषि एवं ऊर्जा।
6. आत्माराम मकनभाई परमार - सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण (अनुसूचित जाति, एवम् सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग का कल्याण निहित), महिला एवम् बाल कल्याण।
7. बाबूभाई भीमभाई बोखेरिया - जल आपूर्ति (कल्पसार को छोड़कर), पशुपालन, मत्स्य पालन, गाय संरक्षण, नागरिक उड्डयन, नमक उद्योग, जल संसाधन, कृषि, सहकारी।
7. दिलीपकुमार विराजी ठाकोर - श्रम और रोजगार, देवस्थान, आपदा प्रबंधन और तीर्थयात्रा विकास।
9. जयेशकुमार विठ्ठलभाई राडाडिया- खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले, कॉटेज उद्योग और मुद्रण।
राज्य मंत्रियों के नाम
1. शंकरभाई लागधीरभाई चौधऱी - स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा और पर्यावरण (स्वतंत्र प्रभार), शहरी विकास।
2. पुरुषोत्तम सोलंकी - मत्स्य विभाग, गृह एवं ऊर्जा (स्वतंत्र प्रभार)।
3. प्रदीपसिंह भागवतसिंह जडेजा - पुलिस आवास, सीमा सुरक्षा, नागरिक सुरक्षा, जेलों, निषेध और उत्पाद शुल्क, कानून और न्यायपालिका, धार्मिक और तीर्थ स्थान, गैर सरकारी संगठनों के समन्वयन, अनिवासी गुजराती और प्रोटोकॉल, निषेध और उत्पाद शुल्क (स्वतंत्र प्रभार)।
4. जयंतीभाई रामजीभाई कावडिया - पंचायत, ग्रामीण विकास और ग्रामीण आवास (स्वतंत्र प्रभार)।
5. नानूभाई भगवानभाई वनानी - जल संसाधन, प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा।
6. जशाभाई भानाभाई बराड - जल आपूर्ति, नागरिक उड्डयन एवम् नमक उद्योग।
7. बच्चूभाई मगनभाई खबाड - पशुपालन एवं गौरक्षा।
8. जयद्रथ सिंह परमार - सड़क, भवन, उच्च और तकनीकी शिक्षा।
9. ईश्वरसिंह ठाकोरभाई पटेल - सहकारिता।
10. वल्लभभाई गोबरभाई काकडिया - सड़क परिवहन (स्वतंत्र प्रभार)।
11. राजेन्द्र सूर्यप्रसाद त्रिवेदी - खेल, युवा एवं संस्कृति विभाग (स्वतंत्र प्रभार) तथा तीर्थयात्रा विकास।
12. केशाजी शिवाजी चौहान - सामाजिक और आर्थिक तौर पर पिछड़ा वर्ग (अति पिछड़ा और पिछड़ा) कल्याण विभाग (स्वतंत्र प्रभार)।
13. रोहितभाई पटेल - उद्योग, खान एवं खनिज तथा वित्तीय विभाग।
14. वल्लभभाई वेश्रामभाई वागसिया - कृषि एवम् शहरी आवास।
15. शब्दशरण बल्लभभाई तडवी - वन एवं आदिवासी कल्याण।
16. निर्मलाबहन सुनीभाई वाघवानी - महिला एवं बाल कल्याण।