असंगठित क्षेत्र : भारतीय अर्थव्यवस्था का इंजन
देश की अर्थव्यवस्था में 50 प्रतिशत से अधिक का योगदान करने वाले असंगठित या अनौपचारिक क्षेत्र के लोगों का कुल कामगार आबादी में हिस्सा 80 प्रतिशत है। भारत का अनौपचारिक क्षेत्र या असंगठित क्षेत्र मूल से ग्रामीण आबादी से बना है। ये वे लोग हैं जो गांव में परंपरागत पेशे में रत हैं या शहरों और महानगरों में आकर आजीविका तलाशने का प्रयास करते हैं। मूल तथ्य यह है कि इन लोगों को कोई सामाजिक सुरक्षा या अन्य सरकारी लाभ नियमित तौर पर प्राप्त नहीं होता है।
डिजीटल इंडिया का बजट 2014-15
बजट 2014-15 में वित्त मंत्री ने युवा भारत की तस्वीर पेश करने की कोशिश की है। ‘डिजिटल भारत’ के जरिए भारत को दक्ष बनाने का संकल्प भी दिख रहा है। आधुनिक भारत की अर्थव्यव्सथा को मजबूत करने की चुनौती के बीच स्मॉल स्केल इंडस्ट्री को बढा़वा देने, स्वरोजगार की संभावनायें बढ़ाने और इकोनॉमी ग्रोथ के झण्डे तले रोजगार सृजन की भी बात है। इसके अलावा वित्त मंत्री अरूण जेटली द्वारा पेश वित्त वर्ष 2014-15 के बजट में मध्यम वर्ग के लिए, महिलाओं और बच्चों के जन कल्याण सुविधाओं को खास तव्वजो दी गई है।
मोदी सरकार के रेल बजट में 58 नई ट्रेनों का ऐलान
रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने रेल बजट 2014-15 में कुल 58 नई गाड़ियों की घोषणा की है जबकि 11 गाड़ियों को विस्तार दिया गया है। नई गाड़ियों में 5 जनसाधारण, 5 प्रीमियम, 6 एसी एक्सप्रेस, 27 एक्सप्रेस, 8 पैसेंजर, 2 मेमू व 5 डेमू सेवाएं प्रारंभ करने का प्रस्ताव रखा है।
व्यापमं घोटाला की व्यापक पहुंच
मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार का सबसे बड़ा भर्ती घोटाला मतलब व्यापम भर्ती घोटाला। व्यापमं मतलब मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल। इस घोटाले में कई बड़े नाम सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं। कई बाहर घूम रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज की पत्नी साधना सिंह और केंद्रीय मंत्री उमा भारती के नाम भी कांग्रेस की तरफ से उछाले जा रहे हैं।
जानिए अनुच्छेद 370 की गुत्थी
भारतीय संविधान का अनुच्छेद 370 एक 'अस्थायी प्रबंध' के जरिए जम्मू और कश्मीर को एक विशेष स्वायत्तता वाला राज्य का दर्जा देता है। अनुच्छेद 370 का खाका 1947 में शेख अब्दुल्ला ने तैयार किया था, जिन्हें तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और महाराजा हरि सिंह ने जम्मू-कश्मीर का प्रधानमंत्री नियुक्त किया था।
मां का आशीर्वाद पाने वाले देश के पहले पीएम हैं मोदी
मशहूर शायर मुनव्वर राणा की ये पंक्तियां नरेन्द्र भाई मोदी पर इस समय एक दम सटीक बैठ रही है। ऐतिहासिक जीत हासिल करने वाले नरेन्द्र मोदी ने जीत का स्वाद चखने के साथ ही सबसे पहले जिसे याद किया वो रहीं उनकी मां। वैसे तो अपने हर छोटे बड़े काम से पहले वो मां का आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं और मुफीद रुझानों के संकेत के बाद भी वो सीधे मां के चरण रज लेने पहुंच गए। इस तरह नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की गद्दी पर बैठने से ठीक पहले अपनी मां का आशीर्वाद लेने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। यही नहीं, शपथ लेने के बाद वह अपनी मां का आशीर्वाद लेने वाले प्रधानमंत्री बन जाएंगे।
लोकसभा चुनाव परिणाम 2014 : जानिए! कौन जीता, कौन हारा
जनादेश 2014 से स्पष्ट है कि भाजपा के लिए ये एक ऐतिहासिक जीत है तो कांग्रेस की अब तक की सबसे बड़ी हार। इस तरह 30 साल में भाजपा अपने दम पर स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाने वाली पार्टी होगी। इससे पहले वर्ष 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए चुनावों में कांग्रेस ने शानदार बहुमत प्राप्त किया था। किस लोकसभा क्षेत्र से कौन जीता कौन हारा और उसे कितने मत मिले उसका पूरा ब्यौरा इस प्रकार से है।
काशी में नमो-नमो, मोदी के 56 फीसदी वोट पक्के
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी अपने राजनीतिक विरोधियों की तुलना में बहुत आगे हैं। एक नए सर्वेक्षण से यह निष्कर्ष सामने आया है कि मोदी को वाराणसी में कम से कम 56 फीसदी वोट मिलना तय है। कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय और आप प्रत्याशी अरविंद केजरीवाल समेत सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त होने के पूरे-पूरे आसार हैं।
सारण में पार्टियां नहीं, जातियां जीतती हैं
बिहार में लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में कई दिग्गज नेताओं का भविष्य दांव पर लगा है। इन्हीं दिग्गजों में से हैं बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और भाजपा के राजीव प्रताप रूडी। बिहार के सारण सीट से दोनों दिग्गज एक दूसरे के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं। राबड़ी पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रही हैं, जबकि रूडी भाजपा सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री रह चुके हैं। सारण में 7 मई को चुनाव होने हैं।
चुनावी महासमर में खूब गढ़ा जा रहा नया 'शब्दकोश'
देश में लोकसभा चुनाव के दौरान राजनीतिक दल अपना प्रचार करने के साथ-साथ विपक्षी पार्टियों पर जमकर छींटाकशी करने में लगी हुई हैं। इस छींटाकशी के दौरान विभिन्न नेताओं द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्द जैसे 'आरएसवीपी मॉडल', 'टॉफी मॉडल', 'एके-49', 'खबरों के कारोबारी', 'जीजाजी', 'मां-बेटा सरकार', 'शहजादा' राजनीति के नए मुहावरे बनकर उभरे हैं।