अपनों से घिरी मोदीनॉमिक्स
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी और यशवंत सिन्हा ने मोदी सरकार एक बार फिर चरमराती भारतीय अर्थव्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा है कि देश की आर्थिक सेहत ठीक नहीं हैं। भाजपा और आरएसएस के अंदर से ही कई आवाजें उठी हैं जिसमें यशवंत सिन्हा, सुब्रमण्यम स्वामी, एस. गुरुमूर्ति, मोहन भागवत आदि शामिल हैं।
जानिए! गुजरात सरकार 2012-17 और मंत्रिमंडल की पूरी जानकारी
भारत की आजादी के बाद 1952 में सौराष्ट्र विधानसभा की स्थापना हुई जो 31 अक्तूबर 1956 तक व्यवहार में रही। इसके बाद 1956 में राज्य पुनर्गठन अधिनियम के तहत सौराष्ट्र विधानसभा को बॉम्बे राज्य में मिला दिया गया। 1960 में महाराष्ट्र और गुजरात राज्य की स्थापना हुई और गुजरात के विभिन्न इलाकों से निर्वाचित 132 सदस्य पहली गुजरात विधानसभा के सदस्य बने।
जानिए! हिमाचल प्रदेश सरकार 2012-17 और मंत्रिमंडल की पूरी जानकारी
हिमाचल प्रदेश में आर्यों का प्रभाव ऋग्वेद से भी पुराना है। आंग्ल-गोरखा युद्ध के बाद, यह ब्रिटिश शासन के अंतर्गत आ गया। सन् 1857 तक यह पंजाब के महाराजा रणजीत सिंह के शासन के अधीन पंजाब राज्य का हिस्सा रहा। सन् 1950 में इस राज्य को केन्द्र शासित प्रदेश बनाया गया, परन्तु हिमाचल प्रदेश राज्य अधिनियम-1971 के अन्तर्गत इसे 25 जून 1971 को भारत का 18वां राज्य बना दिया गया।
सरदार सरोवर बांध : मोदी के हाथों पूरा हुआ पंडित नेहरू का सपना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को गुजरात के केवडिया में सरदार सरोवर बांध राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को इसका श्रेय न दें लेकिन सच यही है कि सरदार सरोवर बांध का सपना तो पंडित नेहरू ने ही देखा था और 5 अप्रैल 1961 को इसकी नीव रखी थी।
डॉ. राधाकृष्णन के गुरु मंत्र जिसने सबको किया लाजवाब
देश के एकमात्र ऐसे राष्ट्रपति जो विशुद्ध शिक्षक थे। राजनीति से सीधा वास्ता कभी नहीं रहा... लेकिन जब भी शैक्षिक व्यवस्था में सुधार को लेकर सवाल उठे तो अपने ज्ञान से सबको चित्त कर दिया। ऐसे शख्स जिन्हें जितना ईस्ट चाहता था उतना ही वेस्ट भी प्यार करता था। ऐसे महान दार्शनिक, शिक्षक, विचारक, वक्ता का नाम है डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन।
मोदी कैबिनेट में तीसरा फेरबदल, जानिए! किसे क्या मिला
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सरकार के कामकाज और महत्वाकांक्षी कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में तेजी लाने के लिए 3 सितंबर 2017 को केंद्रीय मंत्रिपरिषद में बड़ा फेरबदल और विस्तार करते हुए अच्छा काम कर रहे मंत्रियों को पुरस्कृत करते हुए निर्मला सीतारमण को रक्षा मंत्री तथा पीयूष गोयल को नया रेल मंत्री मंत्री बनाया है। नितिन गडकरी को गंगा की भी जिम्मेदारी दे दी गई है।
सृजन घोटाला : जानिए! अरबों के इस घोटाले की पूरी कहानी
4 अगस्त, 2017 की तारीख और जुम्मे का दिन। भागलपुर के जिलाधिकारी आदेश तितिरमारे की गोपनीय रिपोर्ट जब राज्य मुख्यालय पहुंची तो अफसरों की नींद उड़ गई। इस चर्चित सृजन घोटाला की खबर से राज्य में सियासी घमासान मचा हुआ है। वह इसलिए क्योंकि उस वक्त (2008) नीतीश कुमार मुख्यमंत्री थे और वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी।
फ्रेंडशिप-डे स्पेशल: M&M की ये असल कहानी, एक दोस्त हिन्दुस्तानी तो दूसरा दोस्त पाकिस्तानी
देश की दिग्गज कंपनियों में से एक M&M यानी महिन्द्रा एंड महिन्द्रा, देश का बच्चा-बच्चा M&M का यही नाम जानता है। लेकिन जब M&M का गठन हुआ था, उस वक्त इसका नाम महिन्द्रा एंड महिन्द्रा नहीं बल्कि महिन्द्रा एंड मोहम्मद था। आपको यकीन नहीं हो रहा है न, लेकिन ये सच है।
बिहार में नीतीश की नई कैबिनेट में अपराधियों की भरमार, 29 में से 22 मंत्री हैं दागदार
बिहार की नई नवेली नीतीश कैबिनेट (एनडीए सरकार) अपराधिक रिकॉर्ड के मंत्रियों से भरी-पड़ी है। एनडीए की नीतीश सरकार में शामिल तीन-चौथाई मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मुकदमे लंबित हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट में इस तथ्य का खुलासा किया गया है।
इंडिया स्पेंड ने किया नीतीश कुमार के मिथ का पर्दाफाश
पिछले दशक में बिहार के मतदाताओं ने छह चुनावों में मतदान किया है- 2004 लोकसभा, 2005 विधानसभा, 2009 लोकसभा, 2010 विधानसभा, 2014 लोकसभा और 2015 विधानसभा। इस अवधि में, हर 100 बिहारी मतदाताओं में से 17 ने भी नीतीश की जेडीयू को मतदान नहीं किया। लगभग 37 ने भाजपा को, 30 ने लालू प्रसाद यादव की आरजेडी को सिर्फ 10 मतदाताओं ने कांग्रेस पार्टी को वोट दिया है।