पैराडाइज पेपर्स ने खोली रसूखदारों की पोल, 714 भारतीयों में BIG B और जयंत सिन्हा का नाम
सरकार और विपक्ष दोनों नोटबंदी की सालगिरह अपने-अपने तरीके से मनाने को लेकर तैयारी में जुटे हैं इस बीच इंडियन एक्सप्रेस के हवाले से छपी एक खबर ने सत्ताधारियों, विपक्ष कॉरपोरेट्स की मीलीभगत की रिपोर्ट छापी है। रिपोर्ट ब्लैक मनी को लेकर है। जिस पर खुलासा जर्मनी के जीटॉयचे साइटुंग नामक अखबार ने किया है।
जीएसटी विरोध के लिए अब बिग बी का सहारा ले रही विपक्ष
पूरे देश में जीएसटी 1 जुलाई 2017 से लागू होने जा रही है। सरकार की ओर से इसे आज़ादी के बाद कर सुधार की दिशा में सबसे बड़ा कदम बताया जा रहा है। टीवी चैनलों में प्रसिद्ध सिने स्टार अमिताभ बच्चन जीएसटी को लेकर एक विज्ञापन कर रहे हैं, इसमें इसे एक देश एक कर के रूप में प्रचारित किया जा रहा है। लेकिन व्यापारियों का एक बड़ा धड़ा और विपक्ष सरकार के इस दावे से सहमत नहीं है।
विदेशों में भारतीयों ने कैसे छुपाया काला धन?
पनामा पेपर्स के मुताबिक 500 से ज्यादा भारतीयों ने पनामा, न्यू समोआ, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स, सेशेल्स जैसे देशों में कंपनियां बनाईं जो टैक्स हैवन्स कहे जाते हैं। सवाल यह है कि क्या इन भारतीयों को विदेशों में कंपनी बनाने की इजाजत थी? लेकिन कंपनियां बनीं और भारत में अवैध कमाई करने वालों का पैसा उसमें लगा। अब कोई यह बताएगा कि मोदी सरकार की नीति से देश के बाहर का कोई कालाधन देश में वापस आया है या नहीं।
पनामा पेपर्स लीक, हरकत में आई मोदी सरकार
पनामा की मोसाक फोंसेका कंपनी के 1.10 करोड़ गोपनीय दस्तावेज लीक होने के बाद पता चला है कि मोसाक फोंसेका ने किस तरह से अपने ग्राहकों को कर बचाने, कर की चोरी करने, काले धन को सफेद बनाने और प्रतिबंधों से बचने में मदद की है। इनमें 12 वर्तमान राष्ट्राध्यक्षों और विश्व स्तर के 60 वर्तमान या पूर्व नेताओं से जुड़े लोगों के नाम शामिल हैं। इसमे कुछ भारतीय सेलीब्रेटी और कारोबारियों के नाम भी सामने आए हैं जिनमें अमिताभ बच्चन और उनकी बहू ऐश्वर्या राय बच्चन का नाम भी शामिल है।