मौजूदा आर्थिक मंदी से नीति आयोग भी घबराया, राजीव कुमार बोले- 70 सालों में नहीं हुआ ऐसा
भारत की मौजूदा आर्थिक हालात से नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार भी घबरा गए हैं। उन्हें भी अब कहना पड़ रहा है कि सरकार के लिए यह अप्रत्याशित स्थिति है। पिछले 70 सालों में ऐसा नहीं देखा गया जब कोई किसी पर यकीन नहीं कर रहा है।
पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन बोले, नोटबंदी का फैसला बड़ा मौद्रिक झटका था
चुनावी मौसम में मोदी सरकार द्वारा नोटबंदी की सफलता के दावों के बीच पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन ने नोटबंदी को एक बड़ा झटका बताते हुए उसकी आलोचना की है। उनका कहना है कि नोटबंदी का फैसला एक बड़ा मौद्रिक झटका था।
तरक्की पर अर्थव्यवस्था तो फिर क्यों दम तोड़ रहा रूपया?
रूपए की औकात आज इस हद तक गिर गई है कि एक डॉलर के लिए हमें अब करीब 72 रूपए चुकाने पड़ रहे हैं। किसी भी भारतीय के लिए यह सदमे से कम नहीं है। इसके पीछे जो आर्थिक तर्क दिए जा रहे हैं वह तो अपनी जगह हैं, पर आम जनता के गले यह बात नहीं उतर रही कि जब सरकारी आंकड़े इस बात का दम भर रहे हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर ने चीन को भी पछाड़ दिया है तो फिर अपना रूपया इस कदर कमजोर क्यों होता जा रहा है।
मूडीज ने बिगाड़ा भारत का मूड, GDP अनुमान घटाकर किया 7.3 फीसदी
मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विसेज ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि दर के अपने अनुमान को घटाकर 7.3 प्रतिशत कर दिया। पहले एजेंसी ने 7.5 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान जताया था। एजेंसी ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में सुधार हो रहा है, लेकिन तेल की बढ़ती कीमतें और मुश्किल वित्तीय हालात रफ्तार को धीमा करेंगी।
आर्थिक सर्वे-2018 लोकसभा में पेश, तेज रहेगी विकास दर पर महंगाई बढ़ने की चुनौतियां बरकरार
सरकार ने अगामी वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था की गुलाबी तस्वीर पेश करते हुए कहा कि भारत अगले वित्त वर्ष में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन जायेगा। लेकिन साथ ही इस सर्वे में भविष्य में महंगाई बढ़ने की आशंका व्यक्त की गई है।
कांग्रेस ने बोला हमला; मोदी सरकार के आर्थिक कुप्रबंधन से लगातार घट रही है विकास दर
कांग्रेस ने जीडीपी में गिरावट के लिए प्रधानमंत्री मोदी के आर्थिक ज्ञान को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने जीडीपी में गिरावट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि सरकार के 'सकल आर्थिक कुप्रबंधन' के कारण ही भारत की विकास दर घटी है।
प्रधानमंत्री जी! हिम्मत नहीं, विमर्श अहम है
सुब्रमण्यम स्वामी, मोहन भागवत, यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी ये सब कुछ ऐसे नामी गिरामी शख्सियतें हैं जिन्होंने प्रधानमंत्री को अर्थव्यवस्था की बिगड़ी डगर के बारे में आगाह करने का जोखिम उठाया, लेकिन पीएम ने पलट कर इन्हें नसीहत दे डाली और ऐसे लोगों को निराशावादी करार दे दिया। हिम्मत सिर्फ हमने दिखाई कह कर चुप कराने का जिगर दिखा डाला। लेकिन क्या ऐसा कह मोदी गांधारी बनने की कोशिश नहीं कर रहे?
मोदी सरकार के विरोध में यशवंत सिन्हा ने लिखा लेख, कहा- अब मैं चुप नहीं रह सकता
लगातार गिरती जीडीपी और चरमरा रही भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर भाजपा के कद्दावर नेता और अटल सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने अरुण जेटली पर निशाना साधा है। यशवंत सिन्हा ने नोटबंदी को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि नोटबंदी के बाद जीएसटी ने गिरती जीडीपी में आग में तेल डालने की तरह काम किया है।
'नोटबंदी के बाद अब जीएसटी भी जीडीपी पर डाल रहा बुरा असर'
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नोटबंदी और जीएसटी को लेकर एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद जल्दबाजी में लागू किए गए जीएसटी ने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को बुरी तरह से प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में जीडीपी पर और ज़्यादा विपरीत असर होने की संभावना हैं।
नोटबंदी से GDP हुआ बदहाल, सच साबित हुई मनमोहन सिंह की आशंका
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की नोटबंदी से जीडीपी में 2 प्रतिशत तक की गिरावट होने का आकलन सच साबित होता दिख रहा है। सरकार की तरफ से गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-जून 2017 की तिमाही में जीडीपी की दर पिछले साल की इसी अवधि की 7.9 प्रतिशत की तुलना में 2 प्रतिशत से अधिक गिरकर 5.7 प्रतिशत रह गयी।