सीबीआई ने फर्जी कंपनियों के खिलाफ अपनी जांच के दौरान बीते तीन साल में 393 कंपनियों का पता लगाया है जिनके जरिए कथित तौर पर 2900 करोड़ रुपए की बड़ी राशि की हेरा-फेरी की गई है। बड़ा सवाल यह है कि इन फर्जी कंपनियों का असली मालिक कौन है? सीबीआई सूत्रों का कहना है कि इन फर्जी कंपनियों का इस्तेमाल टैक्स चोरी और कालाधन सृजित करने के उद्देश्य से पैसे के हेरा-फेरी के लिए किया जाता है।