साल 2015 में भारत और फ्रांस के बीच राफेल विमान सौदा तय होने के छह महीने के भीतर ही रिलायंस ग्रुप चेयरमैन अनिल अंबानी की फ्रांस स्थित कंपनी का लगभग 1100 करोड़ रुपये से अधिक (143 मिलियन यूरो) का टैक्स फ्रांस सरकार ने माफ कर दिया था।
फ्रांस में बेहद प्रभावशाली माने जाने वाले अखबार 'ली मॉन्द' ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साक्षात्कार छापने से इनकार कर दिया। दरअसल, प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया था कि नरेंद्र मोदी आमने-सामने की बातचीत नहीं करेंगे इसलिए अखबार उनके लिखे जवाबों को प्रकाशित करे।