त्रिपुरा विधानसभा चुनाव परिणाम 2018 : जानिए! कहां से कौन जीता, कौन हारा
त्रिपुरा में ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए भाजपा ने 25 सालों से सत्ता पर काबिज माकपा को बाहर का रास्ता दिखा दिया। राज्य की 60 सीटों में भाजपा-आईपीएफटी गठबंधन को 43 सीटों पर जीत मिली है, वहीं सत्तारूढ़ माकपा के खाते में सिर्फ 16 सीटें ही आई हैं। कांग्रेस पार्टी इस बार के चुनाव में कोई सीट नहीं जीत सकी।
त्रिपुरा में भाजपा का बजा डंका, नागालैंड और मेघालय में त्रिशंकु सरकार के आसार
पूर्वोत्तर के तीन राज्यों त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में विधानसभा की तस्वीर साफ हो गई है। त्रिपुरा में अपने दम पर भाजपा पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने जा रही है वहीं नागालैंड को लेकर स्थिति साफ नहीं है, क्योंकि यहां भी स्पष्ट बहुमत किसी को नहीं मिला है। मेघालय में त्रिशंकु सरकार के आसार साफ नजर आ रहें हैं। कांग्रेस भले ही बड़ी पार्टी बनकर उभरी हो लेकिन यहां भी भाजपा अपने सहयोगी नेशनल पीपुल्स पार्टी के साथ सरकार बना सकती है । भारत के 65 साल के चुनावी इतिहास में यह पहली हुआ है कि वाम दलों और भाजपा की सीधी टक्कर हुई है।
भाजपा को जवाब देने के चक्कर में सेना के खिलाफ CPM नेता ने दिया अनर्गल बयान
केरल सीपीएम के सचिव कोडियारी बालकृष्णन ने सेना के खिलाफ बेतुका बयान दिया है। बालकृष्णन ने अपने एक बयान में कहा कि सेना को यदि पूरी शक्ति दे दी जाती है, तो वे कुछ भी कर सकते हैं। सेना के जवान किसी महिला का अपहरण और रेप कर सकते हैं, किसी को भी गोली मार सकते हैं, लेकिन किसी को उनसे सवाल करने का हक नहीं है। दरअसल, बालकृष्णन केरल में भाजपा द्वारा सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम लगाए जाने की सलाह का जवाब दे रहे थे।
कॉरपोरेट्स को ये छूट क्यों?
केन्द्र ने वित्त विधेयक को लोकसभा में पारित करा ही लिया। सरकार ने राज्यसभा द्वारा सुझाये संशोधनों और मशविरे को सिरे से नकार दिया और जता दिया कि कॉरपोरेट्स द्वारा राजनीतिक दलों की फंडिंग पर कैप या उस पर प्रतिबंध की शर्तें वो अपनी सुविधा और विवेक से ही लगायेगा। हालांकि सांसद सीताराम येचुरी की सलाह की बात में दम था, फिर भी कॉरपोरेट्स के हक में कुछ नियम की ढिलाई बरतने में सरकार ने कोई कमी नहीं रख छोड़ी। सवाल उठता है कि आखिर कॉरपोरेट्स को ये छूट क्यों?
बंगाल में शाह के निशाने पर ममता और माकपा
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मीडिया से बातचीत में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जबरदस्त प्रहार करते हुए मंगलवार को कहा कि तृणमूल कांग्रेस का 'मां, माटी और मानुष' का नारा बदलकर 'भय, भूख और भ्रष्टाचार' हो गया है। शाह ने यह भी कहा कि माकपा और तृणमूल एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।
सीबीआई के हवाले व्यापम, सियासी हलचल तेज
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को व्यापम घोटाले और इससे जुड़े लोगों की मौत की जांच सीबीआई को सौंप दी। जांच कोर्ट की निगरानी में होगी या नहीं इसके लिए सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई से 24 जुलाई तक जवाब मांगा है। वहीं पीठ ने मध्य प्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव को पद से हटाने संबंधी याचिका पर केंद्र, राज्य सरकार और राज्यपाल को नोटिस भेजा है। सर्वोच्च न्यायालय के इस फैसले के बाद राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं और विपक्ष शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग कर रहा है।
विस उपचुनाव : त्रिपुरा में माकपा तो मप्र में भाजपा
विधानसभा उपचुनाव में त्रिपुरा में विधानसभा की दो सीटों के लिए कराए गए उपचुनाव में माकपा ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की है। मेघालय में सत्तारूढ़ कांग्रेस को चॉकपोट विधानसभा सीट पर जीत मिली है। मध्य प्रदेश के गरोठ विधानसभा सीट पर भाजपा को जीत मिली है।
पृथक तेलंगाना की राह साफ: रास में पास हुआ बिल
अब तेलंगाना देश का 29वा राज्य होगा। इसकी सम्मति संसद ने दी है। लोकसभा के बाद उच्च सदन राज्यसभा ने भी भारी हंगामे के बीच गुरुवार को तेलंगाना बिल पास कर दिया। बिल में कई संशोधनों को भी पास किया गया। इसके साथ ही गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने सीमांध्र को 5 सालों के लिए विशेष दर्जा देने की घोषणा की। इससे पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी तेलंगाना बिल पर सरकार की ओर से बात रखी। जिस वक्त पीएम बयान दे रहे थे सदन में जोरदार हंगामा शुरू हो गया। पीएम ने हंगामे के बावजूद अपना पूरा बयान पढ़ा, लेकिन उनके शोरगुल की वजह से उनके बयान को कोई सुन नहीं पा रहा था। कई सांसद बिल की प्रति फाड़कर पीएम के ऊपर फेंक रहे थे।
नेता नहीं नीतियां होंगी तीसरे मोर्चे का आधार: येचुरी
तीसरे मोर्चे की सुगबुगाहट के बीच मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता सीताराम येचुरी ने कहा है कि आकार लेने जा रहा मोर्चा नीतियों पर केंद्रित होगा न कि नेता पर जोर देगा। उन्होंने कहा कि गठबंधन 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद ही गठित होगा। येचुरी ने कहा, 'आपातकाल के बाद के युग में सभी गठबंधन चुनाव के बाद ही बने।'
सांप्रदायिक ध्रुवीकरण में जुटी भाजपा : माकपा
माकपा ने कहा है कि भाजपा और उसके सहयोगी संगठन सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने में जुटे हुए हैं, क्योंकि विकास के गुजरात मॉडल पर लगातार हमले हो रहे हैं। माकपा के मुखपत्र पीपुल्स डेमोक्रेसी के संपादकीय में कहा गया है, 'इसके कारण भाजपा जाहिर तौर पर अपने मूल हथकंडे, यानी सांप्रदायिक ध्रुवीकरण पर लौट आई है, और 2014 के आम चुनाव के अपने अभियान का उसे मुख्य आधार बना लिया है।'