नोटबंदी को लेकर संसद में हंगामा जारी, दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित
संसद में नोटबंदी पर लगातार तीसरे दिन भी घमासान जारी। सदन में हंगामे की वजह से लोकसभा की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित हुई, तो राज्यसभा की कार्यवाही बार-बार (चार बार) स्थगित की जाती रही। अंतत उच्च सदन की कार्यवाही भी पूरे दिन के लिए स्थगित करनी पड़ी। शुक्रवार को सत्तापक्ष एक अलग रणनीति के साथ मैदान में उतरा। दूसरे दिन की कार्यवाही में विपक्ष जहां नोटबंदी पर पीएम मोदी के संसद में बोलने की मांग पर अड़ा था, वहीं शुक्रवार को सदन की पूरी कार्यवाही कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के बयान पर माफी की मांग पर केंद्रित थी।
आजाद के नोटबंदी बयान को सरकार ने बताया 'राष्ट्रविरोधी'
शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन हंगामे की भेंट चढ़ गया। दोनों सदनों की कार्यवाही को पूरे दिन के लिए स्थगित करना पड़ा। खासकर राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद का बयान दोनों पक्षों की टकराव का कारण बना। आजाद ने नोटबंदी के कारण हो रही मौतों के लिए सरकार की गलता नीतियों को दोषी बताते हुए इसकी तुलना उरी अटैक से की। गुरुवार को जैसे ही लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही आरंभ हुई, मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सरकार को नोटबंदी मामले पर घेरना शुरू कर दिया।
सपा का फैमिली ड्रामा जारी, रामगोपाल की भी वापसी
तो समाजवादी पार्टी का फैमिली ड्रामा अभी जारी है। क्योंकि अब पार्टी ने उन रामगोपाल यादव को भी वापिस ले लिया है, जिनको पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और प्रदेशाध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव पानी पी-पीकर कोस रहे थे। पार्टी ने उनकी बर्खास्तगी ही रद्द नहीं की बल्कि उनके पुराने पद भी ससम्मान लौटा दिया है। इसका मतलब साफ है कि वो महासचिव पद पर और संसदीय बोर्ड में बने रहेंगे। 24 अक्टूबर को सपा में मचे कोहराम के बीच एक आदेश जारी कर राम गोपाल यादव को पार्टी से 6 साल के लिए बाहर कर दिया गया था।
'हमारे पास मोदी एन्टोनिएट है, अगर पेपर नहीं तो प्लास्टिक का प्रयोग करें'
शीतकालीन सत्र का पहला दिन नोटबंदी पर बहस के नाम रहा। राज्यसभा में विपक्ष ने पुरजोर तरीके से सरकार पर हमला किया और उसके फैसले पर सवाल खड़े किए। इस दौरान हमारे जनप्रतिनिधियों ने कुख्यात ऐतिहासिक शख्सियतों को भी याद किया। उन्होंने उनकी तुलना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से की। कांग्रेस के आंनद शर्मा प्रमोद तिवारी के अलावा सीपीआई (एम) के सीताराम येचुरी का मोदी पर करारा तंज मुख्य आकर्षण रहा। येचुरी ने मोदी की तुलना फ्रांसीसी रानी मेरी एन्टोनिएट से की तो प्रमोद तिवारी ने मुसोलिनी, हिटलर और गद्दाफी को चुना।
राज्यसभा में कांग्रेस ने सरकार से पूछा; क्या PM मोदी की रैली का पेमेंट चैक से हो रहा है?
संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो चुका है। लोकसभा में पहले दिन दिवंगत नेताओँ को श्रद्धांजलि देकर गुरुवार तक के लिए सदन को स्थगित कर दिया गया, लेकिन राज्यसभा में नोटबंदी पर जोरदार चर्चा हुई। राज्यसभा में कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली पर ही यह कहकर सवाल खड़ा कर दिया कि पीएम की रैली का भुगतान क्या चैक से हो रहा है। जब टीवी खोलो पीएम मोदी किसी रैली में बोल रहे होते हैं।
गुरु सिद्धू की जगह लेंगी 'द्रौपदी' रूपा
भाजपा ने पूर्व क्रिकेटर और सांसद नवजोत सिंह सिद्धू की खाली जगह को भरने के लिए पूर्व अभिनेत्री रूपा गांगुली को चुना गया है। 49 साल की गांगुली को संसद के उच्च सदन, राज्य सभा के लिए नामित किया गया है। सिद्धू ने कुछ महीने पहले भाजपा नेतृत्व से नाराज होकर राज्य सभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
राज्यसभा में निकले AIADMK सांसद के आंसू
राज्यसभा में उस समय सब सकते में आ गए, जब AIADMK की नेता शशिकला पुष्प अचानक फफक-फफक कर रो पड़ीं। इस हाई वोल्टेज ड्रामे की सूत्रधार शशिकला ने भावुक स्वर में सदन को बताया कि उन्हें एक नेता ने थप्पड़ मारा है और उनकी जान को खतरा है।
राज्यसभा के 57 में से 55 नए सांसद करोड़पति
राज्यसभा में हाल ही में चुने गए 57 में से 55 सांसद करोड़पति हैं। इसका पता एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की स्टडी से चला है। एडीआर के इस नये अध्ययन के अनुसार 13 नये सांसदों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की भी घोषणा की है।
अपनी खामियों को छुपा रही सरकार : कांग्रेस
मोदी सरकार पर केवल ‘आक्षेप और आरोपों’ के आधार पर एक राजनीतिक दल के प्रमुख को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि मोदी सरकार अपने कुप्रशासन को छिपाने के लिए अगस्ता का मुद्दा उठा रही है।
घूस का पैसा किसे मिला? की होगी जांच: पर्रिकर
अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला मामले में रक्षा मंत्री ने राज्यसभा में अपने बयान में कहा कि जितनी जानकारी सरकार के संज्ञान में आई है उससे एक बात तो तय है कि इस डील में भष्टाचार हुआ है। अगर भ्रष्टाचार नहीं हुआ है तो सौदे में सिर्फ एक ही वेंडर क्यों था? तत्कालीन रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी ने भी भ्रष्टाचार की बात मानी थी। बड़ा सवाल यह है घूस का पैसा किसे मिला? मंत्री ने कहा कि देश जानना चाहता है कि इस भ्रष्टाचार में कौन-कौन शामिल था, किसने समर्थन किया और किसे फायदा हुआ, हम इसे जाने नहीं दे सकते हैं।