J&K का राज्य का दर्जा खत्म, केंद्र शासित प्रदेश के रूप में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का अवतार
जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बुधवार मध्यरात्रि दम तोड़ गया और इसके साथ ही दो नए केंद्रशासित प्रदेश जम्मू कश्मीर तथा लद्दाख अस्तित्व में आ गए हैं। अनुच्छेद 370 के तहत मिले विशेष दर्जे को संसद द्वारा समाप्त किए जाने के 86 दिन बाद यह निर्णय प्रभावी हुआ है।
वीडियो : धारा 370 का अंत, नतीजों की बात कौन करेगा?
5 और 6 अगस्त 2019 को देश की संसद में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने अपनी संख्याबल का उपयोग करते हुए जम्मू कश्मीर संविधान सभा की ताकत को देश की संसद में स्थानांतरित कर दिया। इस प्रकार से जम्मू और कश्मीर आधिकारिक रूप से अपना विशेष राज्य का दर्जा तो खो ही चुका है, साथ ही वह अपना पूर्ण राज्य का दर्जा भी गंवा चुका है।
PM मोदी ने देशवासियों का किया आह्वान; आइए, हम सब मिलकर नए जम्मू कश्मीर और नए लद्दाख का निर्माण करें
धारा-370 हटाए जाने के बाद देश की उम्मीदों और फैली भ्रांतियां के बीच गुरुवार रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि इस धारा के समाप्त किए जाने से आपके जीवन में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। आपके जीवन में अब तक जो चीजें नहीं थी वो भी अब आपको मिलेगी।
जम्मू-कश्मीर से लद्दाख अलग, अब कैसा होगा राज्य का स्वरूप?
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के एक खंड को छोड़कर बाकी सभी खंडों को पूर्ण रूप से खत्म कर दिया गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अधिसूचना पर दस्तखत कर दिया है। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म हो गया है। राष्ट्रपति द्वारा अधिसूचना पर दस्तखत करने के साथ ही अब जम्मू-कश्मीर में केंद्र सरकार के सारे कानून लागू हो गए हैं।
लद्दाख पर भारत का फैसला चीन को मंजूर नहीं, भारत ने कहा- यह हमारा आंतरिक मामला है
लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश घोषित किए जाने पर आपत्ति जताते हुए चीन ने मंगलवार को कहा कि यह कदम उसकी क्षेत्रीय संप्रभुता के खिलाफ है। इसके जवाब में भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक 2019 भारत का आंतरिक मामला है।
लोकसभा चुनाव के 5वें चरण में सात राज्यों की 51 सीटों पर मतदान संपन्न, 63 प्रतिशत वोटिंग दर्ज
लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में सात राज्यों की 51 सीटों पर वोटिंग संपन्न हो गई है। निर्वाचन आयोग से मिले आंकड़ों के मुताबिक, इस चरण में कुल 62.56 फीसदी वोटिंग हुई। इस चरण में भी पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा वोटिंग हुई।