नहीं चला लिंगायत दांव
कांग्रेस एक और राज्य में हार गई। भारतीय जनता पार्टी ने फिर साबित कर दिया कि आज की तारीख में वो राजनीतिक कौशल में कांग्रेस से काफी आगे है। कर्नाटक में सत्ताधारी पार्टी ने हर वो पैंतरा आजमाया जो उसे बीस साबित करे लेकिन आखिरकार नतीजा भाजपा के पक्ष में गया। सवाल उठ रहें हैं कि आखिर कांग्रेस से चूक कहां हो गई? जवाब कई हैं। सिद्धारमैया ने ऐन मौके पर लिंगायत नाम का दांव चला। विश्लेषक भी मानते रहे कि ये अचूक अस्त्र है जिससे कांग्रेस को फायदा दिलाएगा। लेकिन नतीजों ने उस सोच को भोथरा कर दिया। दरअसल, लिंगायत के चक्कर में कांग्रेस ने अपना पारम्परिक वोटर भी खो दिया। वो जो वोकालिंगा समाज से आता था, जो दलित था और जो मुस्लमान था।
प्रधानमंत्री को लगता है कि कर्नाटकवासियों को गर्मी बर्दाश्त है लेकिन कांग्रेस नहीं
पीएम मोदी ने कुलबर्गी में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के प्रति गुस्सा कर्नाटक में चारों तरफ दिखाई दे रहा है।पीएम मोदी ने कहा कि इस सभा को देखकर लग रहा है कि आप मई की गर्मी तो सहन कर सकते हो लेकिन कांग्रेस की सरकार नहीं सहन कर सकते हैं।
झण्डा ऊंचा रहे हमारा...
कर्नाटक जम्मू कश्मीर की राह पर चलने को तैयार है। कर्नाटक सरकार इन दिनों झण्डाबदार बनने को आतुर है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार लोगों की इच्छाओं का सम्मान करते हुए क्षेत्रिय हित में अलग झण्डा चाहती है। वैसे राष्ट्रीय मंच पर भले ही इस मुद्दे को अब हवा मिली हो लेकिन कर्नाटक में लम्बे समय से मांग जारी है। तो क्या वजह है कि अचानक सोशल मीडिया की कुछ चलताऊ, बिकाऊ खबरों की तरह यह वायरल हो गया? तूल की वजह हमेशा की तरह हमारे पोलिटिकल क्लास की बेसब्री है। जो वोट बैंक की खातिर मामले को लपक कर अपनी झोली में डालना चाहता है।
भाजपा के हिंदुवादी एजेंडे पर बोले सिद्धारमैया- मैं भी 100 फीसदी हिन्दू हूं
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भाजपा पर हिंदुत्व के मुद्दे को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि वह खुद भी हिंदू हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, 'मैं भी हिंदू हूं। मेरा क्या नाम है? सिद्धा-रामा। मैं 100 प्रतिशत हिंदू हूं।'