भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मिशन 2019 को लेकर अपनी मंशा जाहिर कर दी है। बता दिया है कि वो फिर से हार्डकोर हिंदुत्व की बात करेंगे। जयपुर में उन्होंने अखलाक वाले उदाहरण के जरिए अपने स्टैण्ड को एक दम सही करार दिया। कहा कि उस वाकये के बाद हमें मिली जीत बताती है कि वो कोई मुद्दा नहीं था और पार्टी को नुकसान नहीं हुआ। क्या नुकसान और फायदे से परे देशहित सर्वोपरि नहीं रहना चाहिए?