बढ़ा दबाव तो बोले जेटली FRDI पर सरकार करेगी विचार
इन दिनों फाइनेंशियल रेजोल्यूशन एंड डिपॉजिट इंश्योरेंस (एफआरडीआई) बिल -2017 पर काफी बहस हो रही है। बैंकों को दिवालिया होने से बचाने वाले इस बेल-इन विधेयक को सीधे तौर पर जमाकर्ताओं की जेब पर हमले के तौर पर देखा जा रहा है। चारों ओर से बढ़ रही आशंकाओं के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ट्वीट कर ऐेसे संकेत दिए हैं।
जेटली जी जब जीडीपी दर गिरने के लिए नोटबंदी जिम्मेदार नहीं तो बढ़ने की वजह कैसे?
केन्द्र सरकार और विभिन्न राज्यों में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी की सरकार जीडीपी दर बढ़ने पर बेहद गदगद हैं। गुरुवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश की GDP विकास दर दूसरी तिमाही यानी जुलाई-सितंबर में 6.3 फीसदी रही है। इससे पहले पहली तिमाही में यह विकास दर 5.7 फीसदी के साथ तीन साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई थी।
तय हो गया, 15 दिसंबर से शुरू होगा संसद का शीतकालीन सत्र- 2017
संसद के शीतकालीन सत्र (2017) की तारिखों का ऐलान आखिरकार हो गया है। 15 दिसंबर से शुरू हुआ सत्र 5 जनवरी 2018 तक चलेगा। केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये जानकारी दी। मौजूदा नियमों के मुताबिक, तारीख तय होने के बाद संसद के शीतकालीन सत्र को बुलाने के लिए 15 दिन का समय लगता है।
शीतकालीन सत्र में देरी पर घिरी सरकार, जेटली ने किया कांग्रेस पर पलटवार
संसद का शीतकालीन सत्र बुलाने में जानबूझकर देरी किए जाने के विपक्ष के आरोपों पर चौतरफा घिरी केंद्र सरकार की ओर से वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस पर पटलवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस भी पहले इस तरह से संसद सत्र की तारीखों में बदलाव करती रही है। उन्हीं से तो हमने सीखा है।
जेटली बोले; नोटबंदी एक ऐतिहासिक क्षण पर इससे भ्रष्टाचार पूरी तरह से खत्म नहीं होगा
8 नवंबर की तैयारी सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों तरफ से हो रही है। कांग्रेस के दावे को भारतीय जनता पार्टी अपने तरीके से खारिज कर रही है। केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने नोटबंदी को भारतीय अर्थव्यवस्था के इतिहास का महत्वपूर्ण क्षण बताया। साथ ही ये भी माना कि नोटबंदी हर समस्या का एकमात्र समाधान नहीं है।
अरुण जेटली ने पेश की अर्थव्यवस्था की जगमगाती तस्वीर, बोले- ऑल इज वेल
केन्द्र सरकार की आर्थिक नीतियों को लेकर हो रही लगातार आलोचना के बीच केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने देश के आर्थिक हालात की चमचमाती तस्वीर पेश की है। सरकार के मुताबिक अर्थव्यवस्था मजबूत स्थिति में है। आर्थिक विकास को लेकर सरकार ने अपने तीन साल में किए गए कामों का आंकड़ा भी सामने रखा है।
जेटली ने अमेरिका में गिनाईं भारतीय अर्थव्यवस्था की तीन चुनौतियां
भारत के वित्तमंत्री अरुण जेटली ने यहां अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा एवं वित्तीय समिति (आईएमएफसी) में नीतिगत चुनौतियों पर बात की। वित्त मंत्रालय की ओर से रविवार को जारी बयान के अनुसार, जेटली ने कहा कि रोजगार सृजन, वैश्विक निवेश में सुस्ती और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा मौद्रिक स्थितियों को सामान्य करने के कदम के उभरती अर्थव्यवस्थाओं पर संभावित प्रभाव तीन प्रमुख नीतिगत चुनौतियां हैं।
जिन्हें विकास चाहिए उन्हें भुगतान भी करना पड़ेगा : अरूण जेटली
जो लोग देश के विकास की मांग करते हैं, उन्हें जरूरी भुगतान देने की भी ज़रूरत है और इस पैसे का इस्तेमाल ईमानदारी से खर्च करने की जरूरत है। यह कहना है केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का। इसके साथ ही वित्त मंत्री ने यह भी संकेत दिया है कि राजस्व की स्थिति बेहतर होने के बाद माल एवं सेवा कर जीएसटी के तहत स्लैब में कटौती की जा सकती है।
जेटली के वार पर यशवंत सिन्हा का पटलवार, बोले- नौकरी मांगने जाता तो वो वहां नहीं होते
भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने देश की खस्ता आर्थिक हालात पर लेख लिखकर मोदी सरकार में भूचाल ला दिया है। अरुण जेटली ने यशवंत सिन्हा पर पलटवार किया। नाम लिए बगैर जेटली ने कहा कि वह 80 की उम्र में नौकरी ढूंढ रहे हैं। इसके बाद यशवंत सिन्हा ने कहा कि अगर मैं नौकरी मांगता तो वो आज वित्त मंत्री नहीं होते।
मोदी सरकार के विरोध में यशवंत सिन्हा ने लिखा लेख, कहा- अब मैं चुप नहीं रह सकता
लगातार गिरती जीडीपी और चरमरा रही भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर भाजपा के कद्दावर नेता और अटल सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने अरुण जेटली पर निशाना साधा है। यशवंत सिन्हा ने नोटबंदी को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि नोटबंदी के बाद जीएसटी ने गिरती जीडीपी में आग में तेल डालने की तरह काम किया है।