अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए मोदी सरकार का एक और दांव, 10 सरकारी बैंकों के विलय का ऐलान
देश की गिरती अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए मोदी सरकार ने एक और नया दांव चला जिसके तहत वित्त मंत्री ने ढेर सारे बैंकों का एक साथ विलय करने का ऐलान कर दिया। इस विलय के बाद देश में सिर्फ 12 सरकारी बैंक बचेंगे, अभी तक यह संख्या 27 थी।
कैसे हो बैंकों पर भरोसा!
पहले विजय माल्या और अब नीरव मोदी। दो ऐसे उद्योगपति जिन्होंने देश के बैंकिंग सेक्टर को हिला कर रख दिया। इन दोनों ने गाढ़ी कमाई को जमा कराने वालों के विश्वास को डिगा दिया है। जहां एक आम हिन्दुस्तानी को अपना लोन पास कराने में एड़ी चोटी का दम लगाना पड़ता है, कर्ज पर पैसे लेने के लिए बैंकों के चक्कर लगाने पड़ते हैं, कागज दुरुस्त कराने पड़ते हैं वहीं एक रसूखदार कितनी आसानी से अपनी मंजिल पा लेता है माल्या और मोदी उसी की मिसाल है।
पीएनबी में साढ़े 11 हजार करोड़ के महाघोटाले पर सियासत तेज
पंजाब नेशनल बैंक यानी पीएनबी में 11000 करोड़ के घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। आरोप है कि हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने कुछ बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से बैंकों को करोड़ों रुपए की चपत लगाई। कारोबारी फिलहाल फरार है और ईडी उसके ठिकानों पर छापा मार रही है। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के संयोजक केजरीवाल ने केन्द्र सरकार को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है।