अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद का फिलहाल अंत होता नहीं दिख रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने मध्यस्थता पैनल बनाकर मसले को कम से कम लोकसभा चुनाव तक तो टाल ही दिया है। विवाद में दो ही पक्ष हैं। दोनों पक्षों की नुमाइंदगी करने वाले नेताओं के कांव-कांव जब इस तरह से सामने आ रहे हों तो फिर मध्यस्थता पैनल में शामिल लोगों की मध्यस्थता का रिजल्ट किस रूप में सामने आएगा? सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है। हां, एक बात जरूर होगी कि तब तक चुनाव हो जाएगें, नतीजे भी आ जाएंगे, नई सरकार का गठन भी हो जाएगा और फिर चार साल की छुट्टी। क्योंकि मुद्दा वोट की सियासत का जो है।