लोकसभा चुनाव परिणाम 2019 : जानिए! कौन जीता, कौन हारा
जनादेश 2019 भाजपा के लिए 2014 से भी बड़ी व ऐतिहासिक जीत है और कांग्रेस की बड़ी हार। इस तरह 35 साल में भाजपा लगातार दूसरी बार अपने दम पर स्पष्ट बहुमत से कहीं ज्यादा संख्याबल के साथ सरकार बनाने वाली पार्टी बनी है।
नेता-न्यूजएक्स एक्जिट पोल में एनडीए को 242 और यूपीए को 164 सीटें
भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग या एनडीए) लोकसभा चुनाव में 242 सीटें जीत सकता है, जो बहुमत से 30 कम है। नेता-न्यूजएक्स द्वारा किए गए एक्जिट पोल की मानें तो संप्रग या यूपीए 164 सीटें जीत सकता है। जबकि बसपा-सपा-रालोद महागठबंधन 43 सीटें जीत सकता है।
कांग्रेस मुख्यालय में जुटे बिहार महागठबंधन के दिग्गज, यूपीए में शामिल हुए उपेंद्र कुशवाहा
केंद्र एवं बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग होने के बाद राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) औपचारिक रूप से संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) का हिस्सा बन गई। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी यूपीए की चेयरपर्सन हैं।
'डियर मिस्टर जेटली - दाल में कुछ तो काला है'
रफेल विमान सौदे को लेकर कांग्रेस की रणनीति साफ है। चुनावी मौसम में पार्टी इस मुद्दे पर सरकार को घेरना नहीं छोड़ेगी और उसकी नीति पर सवाल उठाती रहेगी। पार्टी के गेम प्लान की झलक लगातार पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी दिखा रहें हैं। रफेल डील को लेकर आक्रामक बने हुए हैं। # दाल में कुछ तो काला है के जरिए उन्होंने मिस्टर जेटली को ट्विट्स के जरिए जवाब दिया है।
बोफोर्स के मुकाबले कांग्रेस ने छेड़ा रफेल राग!
एक बार फिर देश की दो बड़ी राष्ट्रीय पार्टीयां आमने सामने हैं। सियासी दाव दूसरे की चाल को देखकर चला जा रहा है। हाल ही में खबर आई की सीबीआई बोफोर्स मामले को नए सिरे से कोर्ट में उठाएगी। अब तोते का पिंजरा नाम से विख्यात स्वतंत्र संस्थान जब ऐसा करे तो परदे के पीछे कौन हैंडल कर रहा है ये यूपीए के दौर में भी सब जानते थे और एनडीए के दौर में भी सबको भान है। बोफोर्स को लेकर चर्चा चल ही रही थी कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राग रफेल छेड़ दिया। संसद के बाहर पत्रकारों से औऱ फिर अपने ट्विटर हैंडल से कटाक्ष कर दिया।
लोकसभा चुनाव परिणाम 2014 : जानिए! कौन जीता, कौन हारा
जनादेश 2014 से स्पष्ट है कि भाजपा के लिए ये एक ऐतिहासिक जीत है तो कांग्रेस की अब तक की सबसे बड़ी हार। इस तरह 30 साल में भाजपा अपने दम पर स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाने वाली पार्टी होगी। इससे पहले वर्ष 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए चुनावों में कांग्रेस ने शानदार बहुमत प्राप्त किया था। किस लोकसभा क्षेत्र से कौन जीता कौन हारा और उसे कितने मत मिले उसका पूरा ब्यौरा इस प्रकार से है।