कठघरे में सरकार, भारतीय एजेंसियों की क्लीन चिट पर चोकसी को एंटीगुआ ने दी नागरिकता
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : मेहुल चोकसी की एटीगुआ में मिली नागरिकता को लेकर केंद्र सरकार और संबंधित सरकारी एजेंसियां घिरती नजर आ रही है। एंटीगुआ के अखबार द डेली ऑब्ज़र्वर ने एंटीगुआ एंड बरबूडा सरकार की द सिटीजनशिप बाय इंवेस्टमेंट यूनिट (सीआईयू) के एक बयान के हवाले से बताया है कि मई 2017 में एंटीगुआ में नागरिकता के लिए भारतीय कारोबारी मेहुल चोकसी के आवेदन के साथ स्थानीय पुलिस से मंजूरी भी दी गई थी। चोकसी पंजाब नेशनल बैंक में दो अरब डॉलर के घोटाले के कथित मास्टरमाइंड में से एक है और वह भगोड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी का रिश्तेदार भी है।
यह रिपोर्ट सब कुछ उजागर करता है
भारतीय अखबार द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एंटीगुआ की नागरिकता लेने के लिए मेहुल चोकसी के आवेदन पर मार्च 2017 में मुंबई की क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय ने एंटीगुआ के लिए पुलिस सर्टिफिकेट जारी किया था। मई 2017 में सभी तरह की एनओसी के साथ एंटीगुआ सरकार को चोकसी की नागरिकता के लिए आवेदन मिला। अगस्त 2017 में एंटीगुआ सरकार ने चोकसी की नागरिकता पर मुहर लगा दी और नवंबर 2017 में चोकसी एंटीगुआ के रजिस्टर्ड नागरिक बन गए। उसके बाद 4 जनवरी 2018 को भारतीय पासपोर्ट पर चोकसी ने भारत छोड़ दिया और 15 जनवरी को एंटीगुआ पहुंच वहां की नागरिकता की शपथ ली। जब चोकसी की नागरिकता की पूरी कार्यवाही संपन्न हो गई तब जाकर 29 जनवरी को पंजाब नेशनल बैंक ने सीबीआई को चोकसी के घोटाले की जानकारी दी। 31 जनवरी को सीबीआई ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की। पिछले महीने 23 जुलाई को अमेरिका ने भारत सरकार को इस बात की जानकारी दी कि मेहुल चोकसी एंटीगुआ के पासपोर्ट पर अमेरिका छोड़ चुका है।
द डेली ऑब्ज़र्वर की रिपोर्ट में कहा गया है, भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय, मुंबई से मिले पुलिस मंजूरी प्रमाण पत्र के अनुसार मेहुल चीनूभाई चोकसी के खिलाफ ऐसा कोई मामला नहीं है जो उन्हें रिपब्लिक ऑफ एंटीगुआ एंड बरबूडा के लिए वीजा समेत यात्रा सुविधाएं देने के लिए अयोग्य ठहराता हो। इसमें कहा गया है कि द्वीपीय देश के अधिकारियों ने इंटरपोल समेत वैश्विक एजेंसियों से चोकसी के बारे में व्यापक छानबीन की थी। जांच के तौर पर एंटीगुआ प्रशासन को 2014 और 2017 में चोकसी की कंपनियों के खिलाफ सेबी की कार्रवाई के दो मामलों के बारे में पता चला तथा उसने उनसे और जानकारी मांगी थी। सेबी ने कैरिबियाई प्रशासन को बताया था कि एक मामला बंद कर दिया गया है और दूसरे मामले में पर्याप्त सबूत नहीं थे। हालांकि भारतीय नियामक ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर इन दावों को खारिज किया।
कांग्रेस का PM मोदी पर सीधा हमला
कांग्रेस ने शुक्रवार को मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि एंटीगुआ की तरफ से आई 'चौंका देने वाली जानकारी' से साफ होता है कि मोदी सरकार की मदद से ही मेहुल चोकसी को भागने में मदद मिली है। मीडिया में एंटीगुआ अथॉरिटी की तरफ से आई जानकारी के बाद पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा, 'पहले लूट करवाना और फिर उन्हें भगाना मोदी सरकार नीति बन गई है। एंटीगुआ अथॉरिटी की तरफ से हुए खुलासे से साफ होता है कि कैसे मोदी सरकार ने इस मेगा स्कैम में निष्क्रियता दिखाई।' सुरजेवाला ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब इस साल अप्रैल में पीएम मोदी एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्रॉन से मिल रहे थे तो उन्होंने यह मुद्दा क्यों नहीं उठाया? सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि विदेश मंत्रालय ने भी चोकसी को क्लीन चिट दी, जबकि उसके खिलाफ शिकायतें थीं। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, 'सीबीआई या ईडी ने मेहुल चोकसी के खिलाफ वॉरंट के लिए इंटरपोल की तरफ रुख क्यों नहीं किया या फिर चोकसी के खिलाफ धोखाधड़ी के मामलों की जानकारी क्यों नहीं दी?' कांग्रेस नेता ने पूछा कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस बारे में कोई भी कार्रवाई क्यों नहीं की।
सेबी ने कहा, सेबी को एंटीगुआ की सिटिजनशिप बाय इनवेस्टमेंट यूनिट से किसी भी जांच पर जानकारी के लिए ना तो कोई अनुरोध मिला और ना ही उसने सीआईयू को ऐसी कोई सूचना दी। द सिटीजनशिप बाय इंवेस्टमेंट यूनिट ने कहा कि अगर नागरिकता के आवेदन के समय चोकसी के खिलाफ कोई वारंट होता तो इंटरपोल इसके बारे में बताता और यह राष्ट्रीय आपराधिक डेटाबेस में भी होता है। चोकसी इसी साल 4 जनवरी को भारत से भाग गया था और उसने 15 जनवरी को एंटीगुआ में शरण ली थी। इससे पहले नवंबर 2017 में उसे एंटीगुआ की नागरिकता मिल चुकी थी।
मालूम हो कि इस साल 29 जनवरी को ही सीबीआई ने पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में मेहुल चोकसी और नीरव मोदी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। इस खबर के सामने आने के बाद चोकसी ने दावा किया था कि उसने अपना व्यापार बढ़ाने के लिए पिछले वर्ष कैरेबियाई देश एंटीगुआ की नागरिकता ले ली थी। एंटीगुआ की स्थानीय मीडिया में आयी खबरों के अनुसार, चोकसी का दावा है कि एंटीगुआ के पासपोर्ट पर 132 देशों में बिना वीजा के यात्रा करने की छूट है।