शी जिनपिंग : पीली मिट्टी का बेटा
21वीं सदी में ऐसे बहुत कम नेता हैं जो गुफा में रहे हों, जिन्होंने खेतों में मेहनत की हो और फिर वो सत्ता के शिखर पर पहुंचे हों। पांच दशक पहले जब चीन में सांस्कृतिक क्रांति का तूफ़ान आया था, उस वक्त 15 साल के लड़के शी जिनपिंग ने देहात में मुश्किल भरी ज़िंदगी की शुरुआत की थी। चीन के अंदरूनी इलाके मे
रामनाथ कोविन्द
भारतीय राजनीतिज्ञ रामनाथ कोविन्द 20 जुलाई 2017 को भारत के 14वें राष्ट्रपति निर्वाचित हुए और 25 जुलाई 2017 को संसद के केंद्रीय कक्ष में सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश जेएस खेहर ने उन्हें पद की शपथ दिलायी। इससे पहले कोविन्द बिहार के राज्यपाल और राज्यसभा के सांसद भी रह चुके हैं।
इंदिरा गांधी
दृढ़ निश्चयी और किसी भी परिस्थिति से जूझने व जीतने की क्षमता रखने वाली देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने न केवल इतिहास बल्कि पाकिस्तान को विभाजित कर दक्षिण एशिया के भूगोल को ही बदल डाला और 1962 के भारत-चीन युद्ध की अपमानजनक पराजय की कड़वाहट धूमिल कर भारतीयों में जोश का संचार किया। र
लाल बहादुर शास्त्री
लाल बहादुर शास्त्री एक प्रसिद्ध भारतीय राजनेता, महान स्वतंत्रता सेनानी और जवाहरलाल नेहरू के बाद भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे। लाल बहादुर शास्त्री एक ऐसी हस्ती थे जिन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में देश को न सिर्फ सैन्य गौरव का तोहफा दिया बल्कि हरित क्रांति और औद्योगीकरण की राह भी दिखाई। शास्त्री ज
पंडित जवाहर लाल नेहरू
आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के बारे में कहा जाता है कि भारतीयता पर जोर देने के बावजूद उनके व्यक्तित्व पर हिन्दुवादी छवि कभी नहीं उभरी, जो गांधी के व्यक्तित्व का अंग थी। अपने आधुनिक, राजनीतिक और आर्थिक विचारों के कारण वह भारत के युवा बुद्धिजीवियों को अंग्रेजों के खिलाफ गांधी के अहिंसक आन्दोलन की ओर आकर्षित करने में और स्वतन्त्रता के बाद उन्हें अपने आसपास बनाए रखने में सफल रहे। 17 वर्षों तक सत्ता में रहने के दौरान उन्होंने लोकतांत्रिक समाजवाद को दिशा-निर्देशक माना। लोकतन्त्र, समाजवाद, एकता और धर्मनिरपेक्षता उनकी घरेलू नीति के चार स्तंभ थे। वह जीवन भर इन चार स्तंभों से अपनी इमारत को काफी हद तक बचाए रखने में कामयाब रहे।
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम
कहते हैं कि जो व्यक्ति किसी क्षेत्र विशेष में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करता है, उसके लिए कुछ भी असहज नहीं होता है और सब कुछ सुलभ तरीके से हासिल हो जाता है। एपीजे अब्दुल कलाम इस उद्धरण का प्रतिनिधित्व करते नजर आते हैं। विज्ञान की दुनिया में चमत्कारिक प्रदर्शन के कारण एपीजे के लिए राष्ट्रपति भवन के द्वार स्वत: खुल गए। अवुल पकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम (Avul Pakir Jainulabdeen Abdul Kalam) जिन्हें डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के नाम से जाना जाता है, देश के ऐसे गैर राजनीतिक व्यक्ति हैं जिन्हें देश ने 11वें राष्ट्रपति के रूप में चुना।
प्रतिभा देवी सिंह पाटिल
प्रतिभा देवी सिंह पाटिल का राष्ट्रपति (25 जुलाई, 2007) बनना आजाद भारत के इतिहास में एक ऐतिहासिक पल था। भारतीय लोकतंत्र के लिए एक ऐसा पल, एक ऐसी घटना जो हमारे लोकतंत्र और समाज के परिपक्व होने की भी गवाही है।
प्रणब मुखर्जी
प्रणब मुखर्जी देश के वर्तमान और 13वें राष्ट्रपति हैं जिन्होंने जुलाई 2012 में पद संभाला है। इससे पहले वे छह दशकों तक देश की राजनीति में सक्रिय रहे। देश के 13वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद अपने संबोधन में प्रणब मुखर्जी ने कहा, 'बंगाल के एक छोटे से गांव मिरती में दीपक की रोशनी से दिल्ली
डॉ. राजेंद्र प्रसाद
सादगी, सेवा, त्याग, देशभक्ति और स्वतंत्रता आंदोलन में अपने आपको पूरी तरह होम कर देने के गुणों को किसी एक व्यक्तित्व में देखना हो तो उसके लिए भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ.
अटल बिहारी वाजपेयी
ओजस्वी वक्ता, प्रखर कवि और देश के प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीतिक के पटल पर एक ऐसी शख्सियत का नाम है जिन्होंने अपने व्यक्तित्व एवं कृतित्व से न केवल व्यापक स्वीकार्यता एवं सम्मान हासिल किया बल्कि तमाम अवरोधों को तोड़ते हुए 90 के दशक में राजनीतिक मंच पर भाजपा को स्थापित करने में भी अहम भूमिका निभाई। 16 मई 1996 को पहली बार अटल बिहारी वाजपेयी ने देश के 10वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी।