खेमका के तबादले पर हरियाणा भाजपा दो-फाड़
सत्ता विमर्श ब्यूरो
चंडीगढ़ : आईएएस अफसर अशोक खेमका के ट्रांसफर को लेकर हरियाणा बीजेपी में मतभेद उभर कर सामने आने लगे हैं। हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज आमने-सामने आ गए हैं। जहां मुख्यमंत्री खट्टर ने तबादले को रुटीन ट्रांसफर बताया है, वहीं विज ने तबादले पर अफसोस जताते हुए खेमका के साथ खड़े होने की बात कही।
अशोक खेमका को परिवहन विभाग में आयुक्त जैसे अहम पद से हटाकर कम महत्व वाले पुरातत्व और संग्रहालय विभाग में महानिदेशक और सचिव पद पर लगाया गया है। पिछली कांग्रेस सरकार में भी वह लंबे समय तक इसी पद पर थे और राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद खट्टर सरकार उन्हें परिवहन विभाग के जरिए मुख्य धारा में वापस लेकर आई थी।
हरियाणा के स्वास्थय मंत्री अनिल विज ने खेमका के ट्रांसफर को गलत बताते हुए कहा, 'मैं पूरी तरह से खेमका के साथ हूं। मैं खेमका के साथ उस समय से हूं, जब से वह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे हैं। इस सिलसिले में मुख्यमंत्री खट्टर से बात करूंगा। खेमका ने कांग्रेस राज में भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ने का काम किया है।' वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का कहना है, 'यह एक रूटीन ट्रांसफर है, सरकार को जहां अधिकारियों की आवश्यकता होती है, वहीं उऩको बुलाया जाता है। ट्रांसफर सरकार की जरूरत के मुताबिक किया जाता है। उन्होंने कहा कि खेमका एक ईमानदार और अच्छे अधिकारी है।
इससे पहले खेमका ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा, 'अनगिनत बाधाओं और सीमाओं के बावजूद ट्रांसपोर्ट में सुधार लाने और करप्शन को मिटाने के लिए हर मुमकिन कोशिश की। जो हुआ है वो दुखद है।' कहा जा रहा है कि ट्रांसफर की एक वजह हरियाणा की ट्रांसपोर्ट लॉबी का खेमका से नाराज होना भी हो सकता है। ट्रांसपोर्ट लॉबी विभाग में तैनात खेमका के फैसलों से खुश नहीं है। खासकर उस फैसले से जिसमें उन्होंने हरियाणा से राजस्थान के बीच चलने वाले ट्रकों की सख्ती से जांच करने के आदेश दिए थे।