जारी है रस्साकशी- आठवें दिन भी स्थगित हुई कार्यवाही
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: संसद में तू-तू मैं-मैं का खेल शुक्रवार को भी जारी रहा। पक्ष और विपक्ष की दलीलें शोर-शराबे के बीच गुम गई और लगातार आठवें दिन सदन की कार्यवाही को सोमवार तक के लिए स्थगित करना पड़ा। शुक्रवार का दिन प्रधानमंत्री के उस बयान पर जाकर टिका जिसमें उन्होंने नोटबंदी से भ्रष्टाचारियों को हो रही फजीहत पर बल दिया था। संसद सदस्यों का कहना था कि पीएम ने सभी को भ्रष्टाचारी कहा है जिस पर उन्हें संसद में आकर माफी मांगनी चाहिए।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने विपक्ष की तरफ से मोर्चा संभाला तो सरकार का बचाव करने आगे आए संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी। लेकिन हंगामा इतना बढ़ा कि दोनों सदनों की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। राज्यसभा में प्रधानमंत्री शर्म करो की नारेबाजी भी हुई।
दरअसल संसद में पूरा हंगामा इसलिए हुआ क्योंकि संविधान दिवस पर एक किताब के लोकार्पण के वक्त प्रधानमंत्री ने ब्लैकमनी को लेकर विपक्ष पर हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा कि नोटबंदी का विरोध सिर्फ वो कर रहे हैं जिन्हें इसको ठिकाना लगाने का मौका नहीं मिला।
राज्यसभा में प्रधानमंत्री के खिलाफ सबसे पहले मोर्चा खोला कांग्रेस ने। राज्यसभा में गुलाम नबी आजाद ने हल्ला बोला तो संसद के बाहर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने। राज्यसभा में ही बसपा अध्यक्ष मायावती ने प्रधानमंत्री को माफी मांगने को कहा।
प्रधानमंत्री ने जो बयान दिया उस पर संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ लेकिन प्रधानमंत्री के बयान के बचाव में केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अर्जुन मेघवाल सामने आए। उन्होंने कहा कि ब्लैकमनी को लेकर प्रधानमंत्री ने विपक्ष का नाम ही नहीं लिया। उधर विपक्ष पर निशाना साधते हुए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का कहना है कि नोटबंदी के फैसले से विपक्ष डर गई है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कालेधन पर राजनितिक पार्टियों पर दिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को गलत बताया है. उन्होंने कहा है कि हम पीएम के इस बयान का विरोध करते हैं। उन्होंने पीएम पर सेलेक्टिव लीकेज का आरोप लगाया और कहा कि अपने लोगों को बता कर काला धन छिपाने की कोशिश की है।
बिहार में किस तरह से जमीन की खरीददारी हुई है। उसके कागज कांग्रेस ने दिए हैं, हम ये बात संसद में उठाना चाहते थे पर उठाने नहीं दिया गया। उन्होंने पीएम मोदी पर वार करते हुए कहा कि सदन के अंदर नहीं आते हर चीज बाहर ही बोल देते हैं।
खड़गे ने आरोप लगाया कि पीएम हर बात बगैर सोचे समझे बोलते हैं। अपनी गलतियों को छिपाने के लिए वह सब काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 70 से ज्यादा लोग लाइन में लगकर मर चुके हैं। कांग्रेस चर्चा के लिए तैयार है पर प्रधानमंत्री सदन में तो आएं।
संसद भवन में नोटबंदी को लेकर सरकार पर हमलावर रुख इख्तियार करने वाले विपक्ष की शुक्रवार सुबह बैठक हुई।