हार्दिक से निपटने के लिए भाजपा ने चली ये चाल!
सत्ता विमर्श ब्यूरो
अहमदाबाद: हार्दिक पटेल 6 महीने बाद अपने गृहराज्य पहुंचे हैं। उन्हें गुजरात हाईकोर्ट के आदेश पर राज्य निकाला मिला था। इस दौरान भी पाटीदारों का यह युवा नेता सुर्खियां बटोरता रहा। अब वापिस आया है तो सियासी हलकों में हलचल मची है। भाजपा का राज है और वो पाटीदारों को लेकर कोई जोखिम उठाने के मूड में नहीं है। तभी उसने हार्दिक के मुकाबले रुत्विज पटेल के तौर पर नया दांव खेला है। पार्टी ने पाटीदार समुदाय के ही युवा चेहरे को मैदान में उतारा है। उसे भारतीय जनता युवा मोर्चा का अध्यक्ष बनाया है।
कौन है रुत्विज?
दिलचस्प बात ये कि 29 साल के डॉ रुत्विज भी उसी गांव के बाशिंदे हैं जहां से हार्दिक आते हैं। वो भी विरमगाम के ही हैं। हालांकि शिक्षा के मामले में रुत्विज हार्दिक से 20 ही साबित होंगे। पेशे से एमबीबीएस चिकित्सक हैं। यानी डॉ. रुत्वीज पटेल पढ़ाई और समझ के मामले में हार्दिक पटेल के सामने दोगुना ज्यादा क्षमता रखते हैं। डॉ साहब मुख्यमंत्री विजय रुपानी के निजी सचिव अमृत पटेल के दामाद हैं। रुत्वीज पटेल पहले भी भाजपा के युवा मोर्चा की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। अपनी एमबीबीएस की पढ़ाई के दौरान भी रुत्विज राजनीति में सक्रिय रहे हैं। वो आरएसएस और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सक्रिय सदस्य रह चुके हैं। वहीं ससुर अमृत पटेल, नरेन्द्र मोदी, आनंदीबेन पटेल और केशुभाई पटेल के भी निजी सचिव रह चुके हैं।
पाटीदारों को रिझाने की है कोशिश
गौरतलब है कि इस साल के अंत तक गुजरात में चुनाव आ रहा है, ऐसे में पाटीदारों का वोट बैंक बीजेपी के लिये काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। माना यही जा रहा हे कि अगर रुत्वीज पटेल अपने पाटीदार वोटर को भाजपा के साथ बनाये रखते है तो पार्टी को इसका सीधा फायदा विधानसभा चुनाव में होगा। शायद इसलिए पार्टी ने रुत्विज की ताजपोशी एक युवा सम्मेलन में की, जिसमें काफी मात्रा में युवा एकत्रित हुए थे। पार्टी को यकीन है कि रुत्विज पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के नेता हार्दिक पटेल को कड़ी टक्कर दे पायेंगे।