मिस्त्री ने टाटा पर निकाला गुब्बार, कहा-समूह किसी की जागीर नहीं
टाटा समूह में जारी उथल पुथल के बीच साइरस मिस्त्री ने सरकार से समूह के ट्रस्ट संचालनों में दखल देने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने रतन टाटा को भी आंखें दिखाईं हैं। इशारों-इशारों में उन्होंने कहा है कि समूह किसी की व्यक्तिगत जागीर नहीं है। उन्होंने कंपनी के शेयरधारकों को फिर एक चिट्ठी लिखी है और अपना गुब्बार निकाला है।
डोकोमो विवाद पर साइरस ने खोला मुंह, कहा- बंद करें कहना कि टाटा संस के मूल्यों को तोड़ा गया
कॉरपोरेट जगत में इन दिनों टाटा संस में चल रही उथल पुथल की चर्चा है। रोज नए खुलासे और इस मसले को लेकर राजनीति हो रही है। अब साइरस मिस्त्री ने डोकोमो विवाद पर अपना पक्ष साझा किया है। उन्होंने कहा है कि टाटा संस को उनके सभी फैसलों की जानकारी थी। उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। मिस्त्री ने ये भी कहा कि डोकोमो के साथ समझौता उनके चेयरमैन बनने से पहले ही हो गया था। दरअसल, टाटासंस ने मिस्त्री पर आरोप लगाया था कि उन्होंने कम्पनी के मूल्यों और नियमों के खिलाफ जाकर समझौता किया।
साइरस मिस्त्री के खत ने खोली धोखाधड़ी की पोल
नागर विमानन मंत्रालय ने कहा है कि वह टाटा समूह के ‘बर्खास्त’ चेयरमैन साइरस मिस्त्री के उन आरोपों की जांच करेगा जिनमें 22 करोड़ की धोखाधड़ी की बात है। मंत्रालय ने कहा है कि वो एयरएशिया इंडिया के बारे में दी गयी कथित जानकारी से जुड़े मुद्दों पर बराबर निगाह रखे हुए है और अगर उसे लगता है कि कार्रवाई लायक कुछ है, तो उस पर कदम उठाया जाएगा