गोरधन झड़ाफिया को लेकर सियासी गलियारों में सवाल तैरने लगे हैं कि आखिर एक वक्त में नरेंद्र मोदी के कट्टर आलोचक रहे गुजराती नेता को यूपी का लोकसभा चुनाव प्रभारी क्यों बनाया गया है? क्या हिन्दुत्व की हवा को गोरधन मोदी, शाह और योगी के मुकाबला ज्यादा कारगर तरीके से फैला सकते हैं?